Move to Jagran APP

आगरा में यहां सजती है पौधों की सबसे बड़ी मंडी, लगी रहती है ग्राहकों की लाइन

रामबाग से एत्माद्दौला स्मारक पर जाने वाले मार्ग जिला शहर में सबसे अधिक पेड़ पौधों की बिक्री करने वाला स्थान है। इस मार्ग के दोनों तरफ करीब सत्तर नर्सरियां हैं। रोड के किनारे सजे रंग बिरंगे फूल गार्डन राहगीरों को मन को मोह लेते हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 02:59 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 02:59 PM (IST)
आगरा में यहां सजती है पौधों की सबसे बड़ी मंडी, लगी रहती है ग्राहकों की लाइन
रामबाग से एत्माद्दौला स्मारक पर जाने वाले मार्ग पर सजीं हैं दर्जनों नर्सरी हैं।

आगरा, आशीष लोधी। जिला आगरा शहर में एक स्थान ऐसा है जहां पर सबसे बड़ी पौधों की मंडी सजती है । सड़क के किनारे बनी दर्जनों यात्रियों पर हर दिन लाखों का कारोबार पेड़ पौधों को बेचकर होता है। 

loksabha election banner

रामबाग से एत्माद्दौला स्मारक पर जाने वाले मार्ग जिला शहर में सबसे अधिक पेड़ पौधों की बिक्री करने वाला स्थान है। इस मार्ग के दोनों तरफ करीब सत्तर नर्सरियां है। इस मार्ग से गुजरने वाले अधिकांश चार पहिया वाहन यहां रुक रुक कर तरह-तरह के रंग बिरंगे पेड़ पौधों को खरीदते हुए देखे जाते हैं। आगरा के हर कोने से यहां पर पेड़ पौधों की खरीद के लिए बड़े से बड़े उद्योगपतियों की लाइन लगती है। रोड के किनारे सजे रंग बिरंगे फूल गार्डन राहगीरों को मन को मोह लेते हैं।

सौ रुपये से पांच हजार रुपये तक के मिलते है पौधे

यमुनापार में इन सड़कों के किनारे स्थित पेड़ पौधों की नर्सरियों की खासियत यह है कि यहां पर गरीब से गरीब और अमीर से अमीर भी पेड़ पौधों को खरीदने के लिए आता है । साथ ही इन नर्सरी के ऊपर 10 की कीमत से लेकर पाँच हजार की कीमत तक के पेड़ पौधे भी पाए जाते हैं। नर्सरी के मालिक सनी कुमार ने बताया कि छोटे पौधे की कीमत कम होती है और जैसे ही जैसे ही वह पौधा बड़ा होने लगता है उस कीमत बढ़ती जाती है ।

इन स्थानों से आते है पौधे

जमुनापार में स्थित अधिकांश नर्सरी ऑफर देसी पौधों की पैदावार नरसी संचालक खुद करते हैं। वहीं विदेशी पौधों को अन्य शहरों और राज्यों से मंगाया जाता है। आंध्र प्रदेश, कोलकाता, पुणे, मालियाबाद, हापुड़, नैनीताल, बरेली, भीमताल आदि शहर शामिल है।

हर दिन होता है पौधों लाखों का कारोबार

जिला आगरा में सर्वाधिक पौधों की बिक्री कटरा वजीर खां रोड पर स्थित नदियों से होती है। अगर हम औसतन बात करें इस क्षेत्र में सभी नर्सरियों से एक दिन में करीब से दस लाख रुपये तक के पौधों की बिक्री नर्सरी संचालकों के द्वारा की जाती है।

सर्दियों में इन पौधों की अधिक होती है खपत 

सर्वाधिक डहेलिया, साल्विया ,गुलदावरी, गेंदा, डॉग फ्लावर, पिटूनिया, सन ऑफ इंडिया ,स्नेक पॉइंट , डरसीना, रेक्ससोना पाम, हरेन, रियो आदि वृक्षों की सर्वाधिक बिक्री सर्दी के मौसम में की जाती है अधिकांश या पौधे बाहर से ही मंगाए जाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.