CoronaVirus: फॉगिंग के साथ एंटी लार्वा का छिड़काव, हवा की गुणवत्ता में भी सुधार
कोरोना से बचाव के किए जा रहे इंतजाम मेयर ने मांगा सहयोग। वार्डवार जारी हुआ रोस्टर।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस से बचाव के लिए नगर निगम प्रशासन युद्धस्तर पर सफाई कर रहा है। सुबह से लेकर शाम तक विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग के साथ एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। मेयर नवीन जैन ने बताया कि पांच हजार सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई की कमान संभाली गई है। हर दिन 900 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया जा रहा है। फॉगिंग के लिए दस और एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए पांच गाडिय़ां लगाई गई हैं। प्रत्येक गाड़ी में छह-छह कर्मियों की टीम है। 31 मार्च तक कब किन क्षेत्रों में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव होगा। इसका रोस्टर जारी किया गया है।
यहां कर सकते हैं शिकायत
7300740605, 8923579406, 9639003003
एंटी लार्वा का छिड़काव
तारीख, वार्ड नंबर
25 मार्च, 97, 98, 99, 100
26 मार्च, 1, 2, 3, 4
27 मार्च, 5, 6, 7, 8
28 मार्च, 9, 10, 11, 12
29 मार्च, 13, 14, 15, 16
30 मार्च, 17, 18, 18, 20
31 मार्च, 21, 22, 23, 24
फॉगिंग
25 मार्च, 31, 32, 33, 34, 35, 36, 37
26 मार्च, 38, 39, 40, 41, 42, 43, 44
27 मार्च, 45, 46, 47, 48, 49, 50, 51
28 मार्च, 52, 53, 54, 55, 56, 57, 58
30 मार्च, 59, 60, 61, 62, 63, 64, 65
31 मार्च, 66, 67, 68, 69, 70, 71, 72
हवा की क्वालिटी तो हो गई बेहतर
जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन ने ताजनगरी में शहरवासियों को हवा में खुलकर सांस लेने का मौका दे दिया है। अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की मात्रा में गिरावट आई है। परिवहन के साधनों व निजी वाहनों पर रोक से स्थिति में सुधार हुआ है। अभी और सुधार देखने को मिल सकता है।
ताजनगरी में एकमात्र ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन संजय प्लेस में है। इसी के आधार पर आगरा में वायु प्रदूषण की स्थिति का आकलन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) करता है। इसके अनुसार मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 108 रहा। यह सोमवार के एक्यूआइ 111 से कम है। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता मध्यम स्थिति में रही। अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 175 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रही, जो सोमवार के 237 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से काफी कम है। मंगलवार को अति सूक्ष्म कणों की मात्रा मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का करीब तीन गुना रही। कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 108 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई, जो सोमवार के 115 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से कुछ अधिक है। यह मानक 4 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का 27 गुना है। सीपीसीबी के प्रभारी क्षेत्रीय अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि वाहनों के कम चलने व निर्माण कार्य रुकने से वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है।