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Rojgar Mela 2022: 1500 खाली पदों पर बेराजगार युवाओं को मिलेगी नौकरी, आइटीआइ में 27 को लगेगा रोजगार मेला

Rojgar Mela ृ2्022 बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बात योगी सरकार के घोषणा पत्र में शामिल थी। क्षेत्रीय और जिला सेवायोजन कार्यालयों के माध्यम से उत्तर प्रदेश में 879 रोजगार मेले लगाने की तैयारी है। सेवायोजन विभाग ने नए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए कार्ययोजना तैयार की है।

By Abhishek SaxenaEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 02:21 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 02:21 PM (IST)
Rojgar Mela 2022: 1500 खाली पदों पर बेराजगार युवाओं को मिलेगी नौकरी, आइटीआइ में 27 को लगेगा रोजगार मेला
Rojgar Mela 2022: रोजगार मेलों में कई छोटी बड़ी कंपनियां आएंगी और योग्यता के अनुसार अभ्यर्थियों का चयन करेंगी।

आगरा, जागरण टीम। आगरा के बल्केश्वर स्थित राजकीय औद्योगिक संस्थान (आइटीआइ) में 27 मई को एक दिवसीय वृहद रोजगार मेला लगाया जाएगा। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय और राजकीय आइटीआइ के इस संयुक्त आयोजन में 20 से अधिक कंपनियां 1500 से अधिक रिक्त पदों पर बेरोजगार अभ्यर्थियों का चयन करेंगी।

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आइटीआइ के प्रधानाचार्य आशीष दुबे ने बताया कि इस मेले में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को सबसे पहले सेवायोजन पोर्टल पर अपना अनिवार्य आनलाइन पंजीयन कराना होगा। इसके बाद अभ्यर्थी अपने रिज्यूम दो प्रतियों में फोटो सहित तैयार करके अपने सभी शैक्षिक योग्यता व आनलाइन पंजीयन कार्ड की प्रति के साथ मेले में 10 बजे से शामिल हो सकते हैं।

ऐसे फार्म भर सकते हैं

आनलाइन पंजीकृत अभ्यर्थी लागिन आईडी (जाब सीकर) में बाए तरफ आवेदित नौकरियां पर क्लिक कर रोजगार मेला रिक्तियां प्रदर्शित करे पर क्लिक करना होगा। उन्होंने बताया कि रोजगार मेला आईडी 5204 पर जाब फेयर के लिए जिला आगरा के लिए विभिन्न कंपनियों के पदों का विवरण वेतन, शैक्षिक योग्यता, मेले का दिनांक आदि देख कर योग्यतानुसार कंपनी के रिक्ति के विवरण में विस्तृत विवरण देख कर फार्म भर सकते हैं। 

शिक्षकों को मिले सीसीएल

परिषदीय शिक्षकों को भी आश्रित बच्चों की देखभाल के लिए चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) की सुविधा मिलनी चाहिए। यह मांग यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह को ट्वीट कर उठाई है।

यूटा महामंत्री राजीव वर्मा का कहना है कि वह शिक्षक जिनकी पत्नियां गंभीर रूप से बीमार हैं या वह विधुर हैं। साथ ही उनके बच्चे शिक्षक पिता पर ही आश्रित हैं, ऐसे शिक्षकों को भी सीसीएल की सुविधा मिलनी चाहिए क्योंकि उन्हें ही बच्चों की देखभाल से लेकर उनकी पढ़ाई, लिखाई और बीमारी आदि देखनी होती है। महिला शिक्षकों को यह पूरे सेवाकाल में दो वर्ष की मिलती है, जो बच्चे के 18 वर्ष की उम्र पूरी करने तक की मान्य है, इसलिए शिक्षक पिता पर आश्रित बच्चों के लिए भी उन्हें सीसीएल दी जाए।


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