कर्मचारियों के वर्चस्व की लड़ाई में अखाड़ा बना आइएसबीटी Agra News
पांच जुलाई से कर्मचारियों ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान। एआरएम फोर्ट से वार्ता में कुछ मामलों पर नहीं बनी सहमति।
आगरा, जागरण संवाददाता। कर्मचारी नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई में आइएसबीटी अखाड़ा बन गया है। कर्मचारी की तैनाती का आदेश जारी हुआ और अगले ही दिन इस लड़ाई में आदेश निरस्त हो गया। अब यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन ने एआरएम फोर्ट पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। पांच जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया।
पांच दिन पहले एआरआएम फोर्ट वीके लुहानी के साथ यूनियन के नेताओं की वार्ता हुई थी। इसमें कई मुद्दों पर सहमति बनी थी। वरिष्ठता के आधार पर कर्मचारियों को आइएसबीटी पर शिफ्ट प्रभारी बनाने का मामला भी आया। एआरएम ने आश्वासन दिया और अगले ही दिन आदेश जारी कर कर्मचारी प्रमोद श्रीवास्तव को शिफ्ट इंचार्ज बना दिया। लेकिन इसके एक दिन बाद ही उन्हें हटाने का आदेश भी जारी कर दिया गया। इसके पीछे कर्मचारी संगठनों के बीच चल रही आपसी लड़ाई को वजह माना जा रहा है। यूनियन के पदाधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि 17 सूत्रीय मांगों पर सहमति के बाद भी उनका क्रियांवयन नहीं किया गया है। ऐसे में अब एआरएम की वादाखिलाफी के विरोध में यूनियन आंदोलन करेगी। पांच जुलाई से यूनियन अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेगी। चेतावनी दी कि आंदोलन की नोटिस पर किसी भी कर्मचारी का शोषण हुआ तो बिना किसी पूर्व सूचना के आंदोलन शुरू किया जाएगा।