‘बेसहारा’ पशुओं का हर सड़क पर राज, अपनी सुरक्षा अपने हाथ Agra News
रोज दर्जनों स्थानों पर हो रहे हादसे। आगरा-दिल्ली हाईवे पर सबसे ज्यादा जमघट। नगर निगम के अधिकारियों ने मूंद रखी हैं आंखें।
आगरा, जागरण संवाददाता। बेसहारा पशुओं ने हाईवे से लेकर शहर के हर चौराहे, बाजारों और गलियों में कब्जा जमा रखा है। रोज ये दर्जनों लोगों को चोटिल करते हैं और यातायात भी बाधित करते हैं। कई स्थानों पर पशुओं ने अपना स्थाई ठिकाना बना लिया है। नगर निगम के जिम्मेदारों के रास्ते भी ये रोक लेते हैं। इसके बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सिकंदरा चौराहा पार करते ही जैसे ही मथुरा की ओर बढ़ें तो रफ्तार धीमी कर लें। बेसहारा पशुओं ने यहां हाईवे पर अपना ठिकाना बना रखा है। आधा दर्जन से ज्याद पशु यहां बैठे रहते हैं और इनके कारण दो पहिया वाहन अकसर लड़खड़ा कर गिर जाते हैं। चार पहिया वाहन भी इन्हें बचाने के कारण क्षति ग्रस्त होते हैं। यहां जाम की स्थिति भी बनी रहती है। नवीन फल एवं सब्जी मंडी के सामने से सिकंदरा की ओर जाने आने वाले वाहन और राहगीर अकसर मंडी के अंदर से झुंड में आने वाले पशुओं का शिकार होते हैं। लायर्स कॉलोनी में पानी की टंकी के पास और कई स्थानों पर पशुओं ने डेरा जमा रखा है। केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड पर देश और विदेश के छात्र अक्सर बेसहारा पशुओं के कारण चोटिल हो जाते हैं। घटिया, बेलनगंज, शाहगंज और दूसरे प्रमुख बाजारों में बेसहारा पशु ठेलों से फल, सब्जियां खींच लेते हैं। दुकानों में नुकसान पहुंचाते हैं और सकरे रास्ते पर राहगीरों को चोटिल करते हैं।
बच्चों ने कॉलोनियों में खेलना कर दिया बंद
शाम के समय बच्चे कॉलोनी की सड़कों पर साइकिल चलाने और खेलने के लिए निकल आते हैं। बेसहारा पशुओं के आतंक ने उन्हें घरों में कैद कर रख दिया है। हादसे की आशंका से परिवार उन्हें सड़क पर अकेला निकलने नहीं देते हैं। परिवार का कहना है कि बेसहारा पशुओं की वजह से पहले भी हादसे हो चुके हैं।
सड़कों पर खड़े वाहनों को पहुंचा रहे क्षति
बहुत से लोग अपने वाहन सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं। दिन में तो दो पहिया और चार पहिया दोनों ही वाहन कॉलोनियों में घरों के बाहर खड़े देखे जा सकते हैं। ऐसे वाहन भी बेसहारा पशुओं का शिकार होते हैं। शास्त्रीपुरम, ट्रांसयमुना, खंदारी, कमला नगर सहित कई क्षेत्रों में लोगों के वाहन बेसहारा पशुओं का निशाना बनते हैं।