अब वेस्ट से बेस्ट बनेंगी ताजनगरी की सड़कें, सिंगल यूज प्लास्टिक का होगा प्रयोग Agra News
डिप्टी सीएम बोले पहले चरण में एक मार्ग पर बनेगी सड़क।
आगरा, जेएनएन। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रदेश के नौ जिलों में सिंगल यूज वेस्ट प्लास्टिक के उपयोग से सड़कों के नवीनीकरण/लेपन की अभिनव योजना का पाइलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुभारंभ किया गया है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि इस योजना के तहत आगरा, प्रयागराज, बरेली, गड्डोरखपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, मेरठ व वाराणसी के एक-एक मार्ग पहले चरण मे चयनित किये गए हैं। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों ने बताया कि प्लास्टिक के कचरे से सड़क बनाने के लिए इसे मशीन में डालकर छोटे छोटे टुकड़े किए जाएंगे। इसके बाद इनमें गिट्टी और तारकोल मिलाकर इसे सड़क बनाने के प्रयोग में लाया जाएगा। प्लास्टिक की इस सड़क से पर्यावरण को लाभ मिलेगा साथ ही दस फीसदी की बचत भी हो सकेगी।
ऐसे बनाते हैं सड़क
सड़क बनने वाले पत्थर या गिट्टी को 170 डिग्री सेल्सियस तक गर्म कर इसमें प्लास्टिक के टुकड़ों को मिलाया जाएगा। 30 सेकेंड में प्लास्टिक पिघलकर पत्थर से चिपक जाएगा। फिर 160 डिग्री सेल्सियस तक गर्म तारकोल को इसमें मिलाया जाएगा। इस तरह सड़क बनाने का मिश्रण तैयार हो जाता है। इसी मिश्रण से सड़क की लेयर तैयार की जाएगी। वेस्ट प्लास्टिक की मोटे तौर पर अभी एक किलोमीटर सड़क बनाने में जहां लगभग 8.5 लाख का खर्च आता है वहीं प्लास्टिक की सड़क 7.5 लाख में बनेगी। भारत के 11 राज्यों में एक लाख किमी प्लास्टिक की सड़क बन चुकी है।