Highway पर 'बेसहारा' कब्जा, आदेश की अनदेखी, खतरे में राहगीरों की जान Agra News
हवा में उड़ा दिए कमिश्नर के आदेश। रोज राहगीर होते चोटिल। कमिश्नर ने बैठक में एनएचएआइ को दिए थे हटाने के आदेश।
आगरा, जागरण संवाददाता। जनता की गुहार ही नहीं सरकारी अधिकारी अपने वरिष्ठों के आदेशों को भी हवा में उड़ा देते हैं। कमिश्नर अनिल कुमार ने शुक्रवार को बैठक में हाईवे पर कब्जा जमाए हुए बेसहारा पशुओं को हटाने के आदेश एनएचएआइ को दिए थे, लेकिन पूरे हाईवे पर झुंड के झुंड यातायात को बाधित कर रहे हैं।
सिकंदरा से मथुरा हाईवे पर आगे बढ़ते ही सड़क पर बेसहारा पशुओं का कब्जा है। यहां से जैसे-तैसे आगे बढ़ते हैं तो मंडी के सामने बन रहे अंडर पास पर पहुंचने से पहले ही झुंड रास्ता बाधित करता है। सर्विस रोड पर भी पशुओं का कब्जा रहता है, जिससे रफ्तार थम जाती है। इसके बाद रुनकता के लिए आगे बढ़ते हैं, तो कई जगह कुछ ऐसा ही हाल है। मंडी के ठीक सामने सर्विस रोड पर बेसहारा पशु मनमानी करते हैं और राहगीरों को चोटिल करते हैं। कैलाश मोड और उसके आस-पास भी ये हाईवे पर हादसा कराने के लिए तैयार रहते हैं।
शहर में भी राहगीर परेशान
शहर के घने बाजारों और कॉलोनियों में बेसहारा पशुओं ने भरमार है। राजा मंडी में भीड़ के बीज में निकल आते हैं तो घटिया चौराहे पर अकसर उत्पात मचाते हैं। बेलनगंज, पथवारी, फ्री गंज, किनारी बाजार सहित दूसरे बाजारों में ये पशु राहगीरों को चोटिल करते रहते हैं। इसके साथ ही दुकानदार और ठेलवालों को प्रभावित करते हैं। कॉलोनियों में बच्चों शाम को साइकिल चलाना बंद कर दिया है तो वृद्धों ने टहलना छोड़ दिया है।
इतनी है गोशाला
- तीन सरकारी गोशाला बाईपुर संचालित, एक खेरागढ़ निर्माणाधीन है।
- जिले में कांजी हाउस, निजी गोशाला मिलाकर दो दर्जन गोशाला हैं।