ताजमहल का व्यू अब नहीं होगा खराब, बाहरी संरक्षण कार्य हुआ पूरा Agra News
अप्रैल से चल रहा है उत्तर-पश्चिमी मीनार का संरक्षण। पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए पहले बाहर किया काम।
आगरा, जागरण संवाददाता। धवल संगमरमरी ताज की मीनार के संरक्षण से सैलानियों को हो रही दुविधा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने दूर कर दिया है। उत्तर-पश्चिमी मीनार में बाहर की तरफ संरक्षण का काम पूरा होने के बाद मीनार पर बंधी पाड़ को खोल दिया गया है। मीनार के अंदर संरक्षण का काम अभी दो माह तक चलता रहेगा। इससे पर्यटकों के लिए स्मारक का व्यू खराब नहीं होगा।
ताजमहल की उत्तर-पश्चिमी मीनार के संरक्षण की शुरुआत अप्रैल में की गई थी। अक्टूबर में पर्यटन सीजन की शुरुआत होने के बाद मीनार पर पाड़ बंधे रहने से पर्यटकों के लिए ताज का व्यू खराब हो रहा था। पर्यटन उद्यमी भी इससे चिंतित थे। एएसआइ ने उनकी चिंता को देखते हुए मीनार पर पहले बाहर की तरफ संरक्षण का काम पूरा कराया। मीनार पर प्वॉइंटिंग के काम के साथ ही इनले वर्क (बॉर्डर) के निकले करीब 50-60 पत्थरों को लगाया गया। इनले वर्क के काले, लाल और हरे रंग के पत्थरों को लगाया गया। जंग लगने पर आइरन क्लैंप के फूलने से चटके पत्थरों को भी बदला गया है। मीनार में अंदर की तरफ रेड सैंड स्टोन की दीवार, सीढिय़ों और सीलिंग के करीब 100 पत्थरों को बदला गया है। मीनार के बाहर की तरफ से संरक्षण का काम पूरा होने के बाद उस पर ऊपर तक बंधी पाड़ खोल दी गई है। इससे पर्यटन उद्यमियों ने भी राहत की सांस ली है। हालांकि, अभी मीनार का संरक्षण जारी रहेगा। मीनार के अंदर खराब हुए पत्थरों को बदला जाएगा। इसमें करीब दो माह का समय लगेगा।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर पहले मीनार पर बाहर की तरफ संरक्षण का काम किया गया है।