बंदरों के रेस्क्यू सेंटर पर खर्च करने होंगे 16 करोड़ रुपये
-2 हजार बंदर रखने को बनाई गई डीपीआर -25 एकड़ में सेंटर बनाने को वाइल्ड लाइफ एसओएस ने तैयार की रिपोर्ट
आगरा, जागरण संवाददाता। बंदरों के आतंक से निजात दिलाने को बनने वाले रेस्क्यू सेंटर में दो हजार बंदरों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए वाइल्ड लाइफ एसओएस ने 16 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) वन विभाग को सौंपी है।
इस रेस्क्यू सेंटर के लिए करीब 25 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। बंदरों के समूह को रखने के लिए अलग-अलग पूरी तरह से बंद पिंजड़े बनवाए जाएंगे। एक पिजड़ा डेढ़ से दो एकड़ के एरिया में होगा। कहने को ये पिंजड़े होंगे, ताकि बंदर इनसे बाहर न जा पाएं, लेकिन इनमें पेड़ लगाने के साथ ही जंगल सा माहौल बनाया जाएगा। इसके साथ ही बंदरों के उपचार के लिए अस्पताल बनाया जाएगा। वाइल्ड लाइफ एसओएस के बैजूराज ने बताया कि इस डीपीआर में सेंटर की जमीन की बाउंड्रीवाल का खर्च भी शामिल है। अस्पताल के डॉक्टर व अन्य स्टाफ के साथ ही कीपर भी होंगे। इनकी संख्या करीब एक सौ होगी। बंदरों के इलाज से लेकर उनका टीकाकरण और भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि ये प्रोजेक्ट एक साल के लिए तैयार किया गया है। जमीन जिला प्रशासन रेस्क्यू सेंटर के लिए देगा। चिह्नित होंगे खूंखार गिरोह
रेस्क्यू सेंटर में बंदरों के खूंखार गिरोह को चिह्नित कर उन्हें रखा जाएगा। माना जा रहा है कि सारे बंदर उत्पात नहीं मचाते हैं, इनमें बंदरों के कुछ समूह ही उत्पाती होता है। हर पिंजड़े में अलग-अलग समूह होगा।
रेस्क्यू सेंटर की डीपीआर मिली है। उसे रिवाइज कराया जा रहा है। इसके बाद इस पर काम किया जाएगा।
जावेद अख्तर, वन संरक्षक।