दस बड़े बकाएदारों पर जिला प्रशासन कस रहा शिकंजा
बकाएदारों के खिलाफ जारी हो चुकी है आरसी
आगरा, जागरण संवाददाता। जिले के दस बड़े बकाएदारों पर जिला प्रशासन शिकंजा कस रहा है। सबसे अधिक बकाएदार तहसील सदर और किरावली में हैं। बकाएदारों के खिलाफ रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी हो चुकी है। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि चार बकाएदारों के खिलाफ कुर्की की तैयारी चल रही है।
ये हैं दस बड़े बकाएदार
तहसील सदर
- ओरिएल इंफ्राटेक। प्रियांशु यादव न्यू लाजपत कुंज खंदारी। 1.44 करोड़ रुपये की स्टांप देयता।
- पदम गृह इंफ्रास्ट्रक्चर। पार्टनर विवेक जालान। 1.21 करोड़ रुपये की स्टांप देयता।
- हाजी जी आवास सहकारी समिति लि.। सराय बोदला निवासी शकील अहमद पर 42.97 लाख रुपये की स्टाप देयता थी। 12.95 लाख रुपये अदा कर दिए। अब 30 लाख रुपये की देयता है।
- प्लानर्स एलएलपी। संजय प्लेस निवासी महाराज सिंह पर 41.05 लाख रुपये की स्टांप देयता थी, जिसमें चार लाख रुपये अदा कर दिए गए। अब 37 लाख रुपये की देयता है।
किरावली तहसील
- मुकेश कुमार, सुरेश, राज बहादुर, छत्रपाल, निवासी दूरा। 47.22 लाख रुपये की बैंक देयता थी, जिसमें 1.31 लाख जमा कराए गए। 45.90 लाख रुपये की बैंक देयता अवशेष है।
- आइस एंड कोल्ड स्टोरेज। पवन कुमार, विप्रावली। 44.86 लाख रुपये की विद्युत देयता थी। 12.10 लाख रुपये जमा कर दिए हैं। कुल 32.76 लाख रुपये अवशेष है।
- प्रेम सिंह निवासी अरदाया। 35.89 लाख रुपये की बैंक देयता थी। 18 लाख रुपये जमा कर दिए। अब 34.09 लाख रुपये की देयता है।
- शाहिद परवेज निवासी नाथू सराय। 34.10 लाख रुपये की बैंक देयता थी। छह लाख रुपये जमा किए। अब 28 लाख रुपये की देयता है।
- मुन्नी देवी निवासी डिठवार। 39.46 लाख रुपये की बैंक देयता थी। 55 हजार रुपये जमा किए। अब 29.88 लाख रुपये की देयता है।
- धर्मवीर सिंह, दिलीप कुमार निवासी अरदाया। 26.48 लाख रुपये की बैंक देयता थी। 50 हजार रुपये जमा किए। अब 25.98 लाख रुपये की देयता है।