आगरा में जो काम छह साल से अटके, राष्ट्रपति Trump के दौरे से छह दिन में हुए पूरे, हर कहीं चर्चा
सरकारी कार्यालयों से लेकर घरों तक में ट्रंप की चर्चा। छह माह में नहीं हो रहे थे वह तीन से पांच दिनों में हुए।
आगरा, अमित दीक्षित। आगरा स्मार्ट सिटी के कार्य हों या फिर गड्ढों से परेशान लोग। बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट अथवा टूटे डिवाइडर। ईदगाह चौराहा पर उफान मारता सीवर। यह ऐसे कार्य थे, जिनके लिए लोग लगातार शिकायतें कर रहे थे। इनके बाद भी निस्तारण नहीं हो रहा था। नौ दिन पूर्व जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगरा आने का कार्यक्रम मिला तो सरकारी मशीनरी हरकत में आई। फिर तो ट्रंप विकास के कर्णधार बन गए और विभिन्न कार्यों को रफ्तार दे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति सोमवार को आगरा आए तो वीआइपी रोड चमक रही थी। सरकारी कार्यालयों से लेकर घरों तक में ट्रंप की चर्चा थी। अन्य दिनों के मुकाबले फरियादी भी कम थे। अधिकांश कार्यालयों में अफसर नहीं थे। विभिन्न रोड पर ऐसे कार्य जो छह माह में नहीं हुए थे। वह तीन से पांच दिनों के भीतर पूरे हो गए।
अब दुर्गंध से मिल सकेगी निजात
ताज पूर्वी गेट में नाले के चलते हर पल दुर्गंध उठती रहती है। यह समस्या नई नहीं है। जल निगम हो या फिर नगर निगम, इस समस्या का समाधान नहीं करा पाई। अमेरिकी राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए पांच से छह दिनों तक तीन पोकलेन मशीनों से सफाई हुई। विशाखापट्टनम से केमिकल मंगाए गए। कन्नौज से इत्र मंगवाया गया। ताजमहल के पास यमुना में गंग नगर से पानी छोड़ा गया ताकि यमुना की गंदगी न दिखाई दे। इन पांच दिनों में समस्या का समाधान कर दिया गया।
इन रोड का हुआ कायाकल्प
- खेरिया मोड़ रोड
- ईदगाह आरओबी रोड
- कैंट रोड
- एडीआरडीई रोड
- माल रोड
- फतेहाबाद रोड
- शिल्पग्राम रोड।
करोड़ों रुपये की पड़ी ट्रंप की अगवानी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगवानी का खर्च भारी भरकम रहा है। डेढ़ दर्जन विभागों ने सप्ताह भर में दिन-रात एक कर दिया। पैसे को पानी की तरह बहाया गया। अगर सुरक्षा इंतजाम और सुविधाओं को जोड़ लिया जाए तो यह 110 करोड़ रुपये के करीब बैठता है। अभी तक 16 करोड़ रुपये राज्य सरकार ने रिलीज किए हैं। पीपीपी मॉडल पर भी कई काम कराए गए हैं। ट्रंप के आगरा आने की जानकारी जिला प्रशासन को 15 फरवरी को मिली थी। इसके बाद युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई थीं। होटलों में कमरे बुक कराए गए और आगरा एयरफोर्स स्टेशन से लेकर ताज पूर्वी गेट तक बेहतरीन इंतजाम किए गए। यमुना की सफाई कराई गई। एमजी रोड से लेकर आसपास की रोड, डिवाइडरों की मरम्मत और अन्य कार्य हुए। ताजमहल के दीदार के लिए अब तक जो भी राष्ट्राध्यक्ष आए हैं, उनकी अगवानी की अपेक्षा सबसे अधिक खर्च ट्रंप पर हुआ है।
600 से अधिक कमरों की बुकिंग
अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के मद्देनजर 600 से अधिक कमरों की बुकिंग कराई गई। कई होटल तो अमेरिकी एजेंसी ने अपने नाम पर बुक कराए।
- अमेरिकी राष्ट्रपति की अगवानी में करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं। सुरक्षा के इंतजाम हों या फिर अन्य सुविधाएं, यह सभी बेहतर तरीके से किए गए।
प्रभु एन. सिंह, डीएम