सिकंदरा में पाथवे की बदल रही तस्वीर, दिव्यांग पर्यटकों को भी अब ये मिलेगी सुविधा Agra News
मुख्य द्वार के पास गड्ढे वाले पत्थरों की जगह लगाए जा रहे नए पत्थर। दिव्यांग पर्यटकों की सुविधा को बनाए जा रहे हैं रैंप होते हैं परेशान।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुगल शहंशाह अकबर के मकबरे सिकंदरा की सीरत बदल रही है। लंबे समय से बदहाल पाथवे को सुधारा जा रहा है। गड्ढे वाले पत्थरों की जगह दूसरे नए पत्थर लगाए जा रहे हैं। वहीं, दिव्यांग पर्यटकों की सुविधा को स्मारक परिसर में रैंप बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
अकबर ने अपने जीवनकाल में ही अपने मकबरे का निर्माण शुरू करा दिया था। बाद में उसे शहंशाह जहांगीर ने पूरा कराया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा मकबरे में मुख्य द्वार से लेकर अंदर मकबरे तक पाथवे के फर्श के पत्थर समय की मार से खराब हो गए हैं। उनमें जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इससे पर्यटकों को दुविधा होती है। वहीं, बारिश के दिनों में इन गड्ढों में पानी भर जाता है। सैलानियों को होने वाली परेशानी व स्मारक के संरक्षण को एएसआइ ने यहां काम शुरू करा दिया है। मुख्य द्वार के प्लेटफार्म से पाथवे के गड्ढे वाले पत्थरों को बदलने का काम शुरू कर दिया गया है। मुख्य मकबरे तक अधिक खराब हो चुके पत्थरों को बदला जाना है। इस पर करीब 20 लाख रुपये का व्यय होगा। वहीं, मुख्य द्वार पर प्लेटफार्म से एक सीढ़ी चढ़कर जानी होती है। इसमें दिव्यांग पर्यटकों को मुश्किल होती है। पूर्व में यहां लकड़ी के रैंप लगे हुए थे। वो दीमक लगने की वजह से खराब हो गए। मुख्य द्वार, टॉयलेट, मकबरे के पास ऐसे करीब आठ रैंप लकड़ी की बजाय अब रेड सैंड स्टोन से बनाए जा रहे हैं। इससे दिव्यांग पर्यटकों की मुश्किल दूर हो सकेगी।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि सिकंदरा में पाथवे को सही करने का काम शुरू किया गया है। रैंप बनने से पर्यटकों को सुविधा होगी।