पैरों के छाले, भीड़ के धक्के..आस्था के पुष्प लिये भक्त राधै के दर्शन को पहुंचे
राधाष्टमी पर हजारों भक्तों ने किये लाड़िली जी के मंदिर में दर्शन। पहाड़ी के रास्ते से पहुंच रहे भक्त। रंगीली महल में केक काटकर मनाया गया जन्मोत्सव।
आगरा(जेएनएन): सिर पर तेज धूप, पैरों में छाले और भीड़ के धक्के..लेकिन आस्था ऐसी कि हर बाधा को पार करते हुए भक्त बढ़ाए जा रहे थे कदम अपने।
मथुरा के बरसाना में राधा जन्मोत्सव में भीड़ की अधिकता के कारण श्रद्धालु धक्के खाते हुए लाड़िली जी के मन्दिर परिसर में पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं को जगह जगह बैरियर लगाकर जत्थे के साथ जाने दिया गया। परिक्रमा देने वाले तमाम श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहाड़ी के रास्तों से मन्दिर में प्रवेश कर रहे थे। जिससे किसी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता।
बहराल मंदिर परिसर या मेले में किसी तरह की कोई दुर्घटना की सूचना अब तक नहीं मिली है। चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के कारण स्थिति अभी तक नियंत्रण में ही है। रंगीली महल में केक काटकर मनाया लाड़िली का जन्मदिन: राधाजी का जन्मोत्सव वैसे तो पूरे बरसाना में उनका बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया लेकिन जगद्गुरु कृपालु जी महाराज के रंगीली महल में उनकी पुत्रियों द्वारा बृषभान नन्दनी का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया। इस दौरान करीब 21 किलो का केक बनाया गया। रंगीली महल में राधा जन्मोत्सव के भजन गाए गए। इस अवसर पर कृपालु जी महाराज की पुत्रिया डॉ. विशाखा त्रिपाठी, श्यामा त्रिपाठी, कृष्णा त्रिपाठी, पुत्र घनश्याम त्रिपाठी, प्रेम मन्दिर के प्रशासनिक अधिकारी अजय त्रिपाठी, रंगीली महल के सचिव नितिन गुप्ता, पूर्व जेल विजिटर लक्ष्मण प्रसाद शर्मा सहित हजारों अनुयायी मौजूद थे।
भाव के भूखे है ठाकुर: रमेश बाबा
बरसाना स्थित मान मन्दिर पर भक्त रैदास के नाटक को देख श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। इस दौरान ब्रज के विरक्त सन्त रमेश बाबा ने कहाकि रैदास एक अच्छा कवि और ठाकुर जी का परम भक्त था। मनुष्य को सिर्फ सच्चे मन से ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए। भगवान भाव के भूखे होते है धन और दौलत के नहीं। इस मौके पर मान मन्दिर के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकात शास्त्री, सचिव सुनील सिंह आदि मौजूद थे।