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Radha Ashtami 2020: बरसाने में जन्मीं बृषभान दुलारी, छाई खुशियां

Radha Ashtami 2020 बरसाना में भोर साढ़े चार बजे बृषभान दुलारी का प्राकट्य हुआ तो चारों ओर खुशियां छा गईं।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 09:14 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 09:14 AM (IST)
Radha Ashtami 2020: बरसाने में जन्मीं बृषभान दुलारी, छाई खुशियां
Radha Ashtami 2020: बरसाने में जन्मीं बृषभान दुलारी, छाई खुशियां

आगरा, जेएनएन। कान्‍हा की राधा का प्राकट्योत्‍सव बुधवार को ब्रज में धूमधाम से मनाया जा रहा है। बरसाना में भोर साढ़े चार बजे बृषभान दुलारी का प्राकट्य हुआ तो चारों ओर खुशियां छा गईं। श्री जी धाम के सेवायतों ने दूध, दही,घी, बूरा, शहद और पंचामृत से श्री जी का अभिषेक कराया। प्राकट्य होते ही जयकारों ने मंदिर परिसर गूंज गया।

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इसके बाद राधारानी ने मंगला दर्शन दिए। इससे पहले रात दो बजे गर्भ गृह में सेवायत प्रवेश कर गए थे। करीब ढाई घंटे तक श्री जी की मूल शांति के लिए पूजा की गई। राधारानी के जन्मोत्सव पूरे ब्रज में खुशियां छाई हैं। जगह-जगह जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। राधा रानी के ननिहाल रावल में भी शंख ध्वनि के बीच राधा रानी का प्राकट्य हुआ। सेवायतों ने सुबह अभिषेक कराया। तो चारों जयकारे गूंजने लगे। ये पहला मौका था जब आराध्य के जन्मदिन पर मंदिर में श्रद्धालु नहीं थे। कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओ के मंदिर में प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबन्ध लगा था। जगह-जगह पुलिस तैनात रही। मंदिरों के साथ ही घरों में भी राधा रानी के श्री विग्रह का अभिषेक हुआ। प्राकट्य के साथ ही श्रद्धालुओं ने उपवास खोला। 

कीरत के महल में जन्मी श्रीराधा

लाडिली के जन्मोत्सव पर जगद्गुरु कृपालु जी महाराज के कीर्ति मन्दिर में भी धूमधाम से उत्सव मनाया गया। वहीं कृपालु जी महाराज की तीनों पुत्रियों द्वारा बृषभान दुलारी के विग्रह का पंचामृत से अभिषेक कराया गया।इस दौरान अष्टदल कमल की झांकी को देख श्रद्धालु आंनदित हो उठे।

कृष्ण प्रिया के जन्मोत्सव की खुशी में पूरा ब्रज मण्डल आंनदित हो रहा था। ऐसे में भला उनकी मां का निज महल कैसे पीछे रह सकता है। शुक्रवार की सुबह नन्दगांव बरसाना रोड पर स्थित कृपालु जी महाराज के कीर्ति मन्दिर में सेवायतों ने बृषभानु दुलारी के विग्रह का पंचामृत से अभिषेक किया। इस दौरान पूरे मन्दिर परिसर को विदेशी फूलों से सजाया गया। राधारानी के जन्मोत्सव पर कीर्ति मन्दिर में अद्भुत झांकी का मंचन भी किया। जिसमें अष्टदल कमल में से राधारानी प्रकट हो रही थीं।। सभी देवतागण उनकी स्तुति कर रहे थे। इस दिव्य व अलौकिक झांकी ने श्रद्धालुओं को द्वापरयुग की लीला से जीवंत कर दिया। वहीं रंगीली महल में कृपालु जी महाराज के अनुयायी द्वारा केक काटकर कीरत सुता का जन्मदिन मनाया गया। रंगीली महल के सचिव नितिन गुप्ता ने बताया कि महाराजश्री का हमेशा एक ही उद्देश्य रहा कि राधा रानी की महिमा को आगे बढ़ाए। इसलिए तो उन्होंने बरसाना में उनकी मां के नाम से मन्दिर बनवाया है।


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