Martyr of Pulwama Attack: मैनपुरी में स्मारक के रास्ते को अनशन पर पुलवामा शहीद की पत्नी
शहीद के निर्माणाधीन स्मारक स्थल के लिए रास्ता न मिलने पर गीता देवी ने यह कदम उठाया है। अपने स्वजन के साथ अनशन पर बैठी गीता देवी का कहना है कि स्मारक स्थल के आगे अन्य व्यक्ति का खेत है।
आगरा, जागारण टीम। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए रामवकील की पत्नी गीता देवी बुधवार को स्मारक स्थल पर अनशन पर बैठ गईं। शहीद के निर्माणाधीन स्मारक स्थल के लिए रास्ता न मिलने पर गीता देवी ने यह कदम उठाया है। अपने स्वजन के साथ अनशन पर बैठी गीता देवी का कहना है कि स्मारक स्थल के आगे अन्य व्यक्ति का खेत है।
पूर्व में कई विरोध के बाद प्रशासन के कहने पर खेत खरीदने पर सहमति बनी थी। इसके लिए साढ़े आठ लाख रुपये भी दे दिए गए, परंतु बैनामा नहीं किया गया। गीता देवी ने कहा है कि जालसाजी करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही शहीद के नाम पर स्कूल-कालेज की स्थापना हो और शहीद स्थल पर भव्य द्वार का निर्माण कराया जाए। स्वजन को शस्त्र लाइसेंस भी मिलना चाहिए। गीता देवी ने आरोप लगाया की घटना के बाद जिला प्रशासन ने जिले के सभी कर्मचारियों को एक दिन का वेतन काटकर देने की बात कही थी, परंतु यह अब तक नहीं मिला। मांगे पूरी होने पर अनशन जारी रहेगा। गीता देवी के साथ देवर रामनरेश, भतीजा शिवकुमार और युवा जाग्रति मंच के पदाधिकारी रतन शाक्य भी अनशन पर बैठे हैं।