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Mission Admission: कॉन्वेंट हुए फुल, अब पब्लिक स्कूलों की बारी Agra News

नर्सरी क्‍लास में नौनिहालों के दाखिले के लिए अभिभावक परेशान। केंद्रीय विद्यालय आरईआइ और पब्लिक स्कूल भी हैं बेहतर विकल्प।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 09:22 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:22 AM (IST)
Mission Admission: कॉन्वेंट हुए फुल, अब पब्लिक स्कूलों की बारी Agra News
Mission Admission: कॉन्वेंट हुए फुल, अब पब्लिक स्कूलों की बारी Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। इस समय अभिभावकों की सबसे चिंता अपने नौनिहालों को बेहतर शिक्षा देने की है। सब इसी उधेड़बुन में फंसे हैैं कि कैसे उन्हें अच्छे से अच्छे स्कूल में प्रवेश दिलाया जाए। कॉन्वेंट स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि पब्लिक स्कूलों में इसकी शुरुआत होनी है। ऐसे में जिनके बच्चों ने प्रवेश पा लिया है, वह निश्चिंत हैं, लेकिन जो प्रवेश से वंचित हैं, वह दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। हालांकि विकल्पों की कमी उनके लिए भी नहीं है।

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सेंट पॉल्स, सेंट पैट्रिक्स, सेंट फेलिक्‍स, सेंट कॉनरेड्स, सेंट एंथनी आदि। कॉन्वेंट स्कूलों की यह लिस्ट लंबी है, हर अभिभावक का ख्वाब रहता है कि उनके नौनिहालों का प्रवेश इन स्कूलों में हो जाए, क्योंकि अच्छी पढ़ाई के साथ इन स्कूलों का नाम उनके लिए किसी ब्रांड से कम नहीं होता। लेकिन इनमें सीटें सीमित हैं और आवेदनों की संख्या ज्यादा। इनमें प्रवेश के लिए प्रक्रिया भी सितंबर से शुरू होकर जनवरी के बीच तक चलती है, जो जारी है। ऐसे में लाजमी हैं कि कई अभिभावक प्रवेश के लिए आवेदन न कर पाएं हो, या सभी आवेदक बच्चों को प्रवेश न मिले, ऐसे में बच्चे निराशा का शिकार हो जाते हैं क्योंकि अभिभावकों के साथ परिवार की अपेक्षा का बोझ सबसे ज्यादा उन्हीं के कंधों पर होता है। ऐसे में प्रवेश से वंचित रहे बच्चे और उनके अभिभावकों को निराश होने की जरुरत नहीं, क्योंकि शहर में कॉन्वेट के अलावा भी कई ऐसे स्कूल हैैं, जो अच्छी पढ़ाई के लिए जाने जाते हैं, इनमें सीबीएसई और यूपी बोर्ड के साथ दयालबाग के आरईआइ का नाम विशेष रूप से शामिल है।

केंद्रीय विद्यालय हैं पहली पसंद

आगरा में इस समय चार केंद्रीय विद्यालय हैं, जिनमें एक एयरफोर्स, दो आर्मी एरिया और एक ईदगाह रेलवे स्टेशन पर है। हालांकि एक-दो विद्यालय अभी और भी पाइपलाइन में हैं, जो जल्द ही शुरू हो सकते हैं। हालांकि पहले इनमें प्रवेश के लिए ऑफलाइन आवेदन होते थे, लेकिन अब केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके बाद बच्चों को इनमें प्रवेश दिया जाता है। इन विद्यालयों की सबसे बड़ी खासियत कम फीस में बेहतर शैक्षिक स्तर का होना है।

जवाहर नवोदय भी बेहतर विकल्प

केंद्रीय विद्यालय के साथ जवाहर नवोदय विद्यालय भी बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। इसमें प्रवेश छठवीं कक्षा से शुरू होता है और प्रवेश लिखित परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों को दिया जाता है। लेकिन कम फीस और रहने की सुविधा के कारण यहां स्तरीय सुविधा बच्चों को मिलती है।

पब्लिक स्कूल भी हैैं खास

कॉन्वेंट स्कूलों को शैक्षिक स्तर पर कई पब्लिक स्कूल भी टक्कर दे रहे हैैं। इनमें प्रवेश प्रक्रिया फरवरी के अंत में शुरू हो जाती है, जो अप्रैल के पहले हफ्ते तक चलती है। इसके बाद अप्रैल से ही कक्षाओं की शुरूआत हो जाती है। शहर में हर बजट और क्लास के हिसाब से पब्लिक स्कूल उपलब्ध हैं, जहां बेहतर शिक्षा और माहौल बच्चों को प्रदान किया जाता है।

आरईआइ की अपनी इमेज

दयालबाग शिक्षण संस्थान का आरईआइ इंटर कॉलेज अपनी खास इमेज रखता है। यह पहले यूपी बोर्ड से संबद्ध था लेकिन अब दयालबाग डीम्ड विवि की ही डिग्र्री यहां से प्रदान की जाती है। यहां प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसमें मैरिट के आधार पर बच्चों को प्रवेश दिया जाता है।

कॉन्वेंट स्कूलों में प्रक्रिया अंतिम चरण में

शहर के कॉन्वेंट स्कूलों में नर्सरी में सीधे दाखिले लिए जाते हैैं। इसके लिए सितंबर में आवेदन फॉर्म जारी किए जाते है, जबकि अक्टूबर-नवंबर तक इंटरव्यू का सिलसिला जारी रहता है। इसके बाद दिसंबर अंत तक फीस और ड्रेस-किताब वितरण हो जाता है। एक से सात अप्रैल तक बच्चों की कक्षाएं शुरू हो जाती हैं।  


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