महंगाई के मैदान में प्याज ने लगाया शतक, पर जल्द दाम गिरने के भी हो रहे आसार Agra News
27 से मांग के सापेक्ष राजस्थान से मंडी में प्याज आने की उम्मीद
आगरा, जागरण संवाददाता। प्याज की कीमतों ने एक बार फिर सभी को रूला दिया है। करीब दो महीने हो गए लेकिन अभी प्याज की कीमतों में गिरावट के कोई आसार नहीं दिख रहे। प्याज की कीमत अब फुटकर में 80 से 100 रुपये प्रति किलो है। हालांकि सिंकदरा फल एंव सब्जी मंडी में प्याज 40-50 रुपये प्रति किलो है। तीन दिन पहले ही तुलना में वर्तमान में 10 रुपये प्रति किलो दाम जरूर गिरे है पर फुटकर बाजार में यथा स्थिति बनी हुई है।
कारोबारियों की माने तो 26 दिसंबर तक प्याज के बढ़े दाम से कोई राहत मिलने की उम्मीद नही है। 27 दिसंबर से आवक के सापेक्ष राजस्थान की अलवर मंडी से प्याज की आपूति होने की उम्मीद है। ऐसे में भाव 27 दिसंबर से प्याज के भाव गिरने के आसार है।
सिंकदरा फल-सब्जी मंडी में दो महीने पहले तक जो प्याज रोजाना 1600 कुंतल आता था, अब घटकर 300 कुंतल तक रह गया है। मंडी में सब्जी के दाम में बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण मुनाफाखोरी ही माना जा रहा है। मंडी में प्याज के 12 वरिष्ठ थोक कारोबारी, 186 थोक कारोबारी व 200 से अधिक अन्य कारोबारी है। शुक्रवार को वरिष्ठ थोक व्यापारियों के यहां प्याज का भाव 40-50 रुपये प्रति किलो, थोक व्यापारी के यहां 50-55 रुपये किलो, छोटे कारोबारियों के यहां 55 से 60 रुपये प्रति किलो बिका व फुटकर में 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिका।
प्याज के थोक कारोबारी मनोहर लाल, सोहन लाल, दीपक, नितिन व विनोद ने बताया कि सामान्य तौर पर इस मंडी में रोज करीब 1600 कुंतल प्याज आती है लेकिन शुक्रवार को 300 कुंतल प्याज आई। आवक कम होने व डिमांड अधिक होने से भाव बढ रहे है। वैसे भी सब्जी के दाम आवक व डिमांड पर रोज निर्धारित होते है। कारोबारी कहते हैं कि यहां प्याज राजस्थान अलवर की मंडी से ही आ रहा है। यह देश की इकलौती मंडी है जो पूरे देश में इस वक्त प्याज की आपूर्ति कर रही है जिससे पूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अलवर की मंडी में 25 दिसंबर से नए माल की आवक होगी, ऐसे में उम्मीद है कि 26 दिसंबर को उन्हें मांग के अनुसार प्याज मिलेगा। 27 दिसंबर को यह प्याज आगरा आ सकता है।
कर हटे तो सस्ता हो जाए प्याज
कारोबारियों का कहना है कि राजस्थान से आने वाले प्याज पर ढाई प्रतिशत अलग से कर भी देना होता है। अगर यह कर हट जाए तो प्याज की बढ़ी कीमतों से कुछ राहत तो मिलेगी।