प्याज होने लगा लाल, हाल ये सलाद की प्लेट में भी अब नहीं आ रहा नजर Agra News
सिकंदरा मंडी में नासिक अलवर व इंदौर के नए व पुराने प्याज के हिसाब से भी दाम तय। थोक मंडी में 40-50 रुपये किलो वाले प्याज की कीमत रिटेल में 60 से 80 रुपये तक।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्याज के दाम आसमान पर हैं। थोक बाजार से लेकर रिटेल तक प्याज जितने रंगों में उपलब्ध है, उतने ही उसके रेट हैं। आगरा की सबसे बड़ी सिकंदरा फल-सब्जी मंडी में 40-50 रुपये किलो से प्याज के रेट शुरू हैं। 40-50 रुपये जो प्याज मंडी में होलसेल रेट पर उपलब्ध है, वह रिटेल में 60 से 80 रुपये किलो तक बिक रहा है। गली-मोहल्लों में फेरी लगाने वाले 100 रुपये किलो प्याज बेच रहे हैं। सस्ते प्याज के लिए लोग थोक मंडी पहुंच रहे हैं, लेकिन सब्जी मंडी में भी प्याज कई रेट में बेचा जा रहा है।
सिकंदरा फल-सब्जी में सोमवार को करीब एक दर्जन थोक विक्रेताओं प्याज के तीन रेट बताए। प्याज के रंग और गुणवत्ता के आधार पर दाम ऊपर-नीचे हैं। आगरा में इस इस वक्त नासिक, अलवर और इंदौर से प्याज की आपूर्ति हो रही है। इनमें भी नए और पुराने प्याज के रेट अलग-अलग हैं। अलग-अलग जगह से आने वाले प्याज की कीमतों में भी अंतर है। भाव के इस अंतर से ग्राहक भ्रमित हो रहे हैं। कौन सा प्याज बेहतर और सस्ता है, इसकी उधेड़बुन में लगे हैैं। व्यापारी नासिक का नया प्याज, अलवर का पुराना प्याज व इंदौर का टेस्टी प्याज बता रहे हैं और उसी हिसाब से उनका रेट वसूल रहे हैं।
ग्रेडिंग से भी रेट में अंतर
कारोबारियों के अनुसार बाहर से आने वाले प्याज के रेट ग्रेडिंग के बाद तय किए जाते हैं। ग्रेडिंग में 3 कैटेगरी का प्याज अलग-अलग किया जा रहा है। अव्वल दर्जे का प्याज सबसे महंगा, मध्यम दर्जे का थोड़ा सस्ता और निचले दर्जे का छोटा प्याज सबसे कम कीमत पर बेचा जा रहा है।
रिटेल में ऐसे बढ़ती है कीमत
- थोक और रिटेल में प्याज की कीमतों में 10 से 30 रुपये का फर्क
- एक किलो प्याज कैरी करने का एक रुपये किराया
- कैरी बैग का भी लिया जाता है एक रुपया
- ठेली का किराया एक से दो रुपये, यह दूरी के हिसाब से ज्यादा भी हो सकता है
- ठेली वाले की दिहाड़ी 5-10 रुपये प्रति किलो प्याज पर
सलाद से गायब हुआ प्याज
प्याज और सब्जियों के भाव इन दिनों आसमान छू रहे हैं। इससे यह आम आदमी की रसोई के साथ-साथ होटल-रेस्तरां और ढाबों से गायब होने लगी है। हालात यह है कि सलाद में अब प्याज की जगह मूली ने मोर्चा संभाल रखा है। वहीं लोग अपने घरों में भी प्याज का प्रयोग लिमिट में कर रहे हैं। दो महीने पहले तक हरे प्याज का भाव 20 रुपये प्रति किलो था, जो बढ़कर अब 40-50 रुपये हो चुका है। गृहणियां अब वहीं सब्जियां खरीद रही हैैं, जिसकी खास जरूरत हो।
क्या कहते हैं खुदरा विक्रेता
प्याज और सब्जियों के आसमान छू रहे भाव के बारे में ठेल वाले राकेश कुमार और पुनीत ने कहा कि ठेल वाले तो खुदरा बिक्रेता हैं। मंडी में जो रेट सब्जी मिलती है, उसमें कुछ मुनाफा लेकर ठेल पर सब्जियां बेचते हैं। प्याज उत्पादक राज्यों से ही खपत के मुताबिक प्याज कम आ रही है, जिसकी वजह से भाव बढ़े हैं।
रोज 1600 कुंतल बिकती है प्याज
सिकंदरा मंडी में प्याज के थोक कारोबारी सोहन लाल, दीपक, नितिन व दिलीप ने बताया कि सिकंदरा मंडी में वर्तमान में इंदौर, नासिक से प्याज आ रही है। यहां करीब 1600 कुंतल प्याज रोज आ रही है पर पिछले एक माह से मात्र 400 कुंतल प्याज रोज आई, जिस कारण प्याज के दाम बढ़े।
मिर्च तीखी, हल्दी भी आसमान पर
मिर्च, हल्दी और इलायची सहित तमाम मसाले लोगों की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। हल्दी की कीमतों में सबसे ज्यादा और जबरदस्त उछाल आया है। हल्दी 110 रुपये प्रति किलो बिक रही है। थोक में गेहूं 23 रुपये, मैदा 26 रुपये, सूजी 27 रुपये, दाल अरहर पटका 110 रुपये, चना दाल 65 रुपये, मटर दाल 70 रुपये, उड़द धोबा 140 रुपये, गुड़ 34 रुपये, चीनी 40 रुपये, धनिया 100 रुपये, जीरा 240 रुपये, अजवायन 180 रुपये, कालीमिर्च 440 रुपये, लौंग 600 रुपये, मखाना 665, छुआरा 220 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
सब्जियों का भाव
सब्जी थोक खुदरा
भाव/किग्रा भाव/किग्रा
आलू 15 20
लखनऊ आलू 18 25
पहाड़ी आलू 25 40
प्याज 40-50 60-80
टमाटर 40 50-60
गोभी 15 20
मूली 8 10
गाजर 20 30
मेथी 20 40-50
ग्वार फली 30 40-50
हरी प्याज 20 30
नीबू 60 80-100
अदरक 60 80-100
धनिया 20-30 40-50
(ये भाव सिकंदरा सब्जी मंडी के हैं)