बारिश में सब्जियों ने बिगाड़ दिया किचन का बजट, दोगुने तक हुए दाम Agra News
लहसुन और अदरक के बाद रूलाने लगी है प्याज मूली का भी यही हाल। खुदरा में थोक बाजार में भी बड़ा अंतर।
आगरा, जागरण संवाददाता। बारिश के कारण प्रभावित हुई सब्जियों की आवक ने रसोई का जायका बिगाड़ दिया है। सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। कई सब्जियों के रेट डेढ़ से दोगुने तक पहुंच चुके हैं। लहसुन, अदरक, प्याज हो या हरी सब्जियां, आम आदमी से दूर होती जा रही हैं। गृहणियों के लिए बजट मैनेज करना मुश्किल भरा हो गया है।
सिकंदरा स्थित फल और सब्जी मंडी में टमाटर का 25 किलो का डिब्बा 400 रुपये का मिल रहा है। फुटकर में टमाटर 30-40 रुपये किलो तक बिक रहा है। धनियां की हालत और भी खराब है। एक ही दिन में धनियां के थोक भाव 70 रुपये से बढ़कर 80 रुपये किलो तक पहुंच गए। अदरक व लहसुन के भाव भी आसमान छूने लगे हैं। प्याज का भी यही हाल है। कारोबारियों के मुताबिक मंडी में अदरक, लहसुन व टमाटर की आवक कमजोर होने से भाव में वृद्घि बनी हुई है। लोगों का कहना है कि लहसुन का भाव अचानक तेजी से बढ़ा है। पिछले एक माह में बाजार भाव में उतार-चढ़ाव के बाद स्थानीय बाजार में लहसुन का भाव 90 से 120 रुपये, अदरक का भाव 180 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गया है। फूल गोभी 40 रुपये किलो है, तो बैंगन 30 रुपये किलो में मिल रहा है। पत्तागोभी, लौकी, करेला, शिमला मिर्च, लोबिया, अरबी, तोरई, परवल, भिंडी, खीरा के दाम 30 रुपये से लेकर 50 रुपये किलो तक हो गए हैं।
बाजार के जानकारों का कहना है कि बारिश के कारण सब्जियों की फसल प्रभावित हुई है, जिसका असर आवक पर पड़ा है। आमद कम होने से बीन्स और शिमला मिर्च तो ज्यादा दामों पर भी बमुश्किल मिल रही हैं। सब्जियों की आमद 30 फीसद तक कम हुई है। थोक सब्जी व्यवसायी पुनीत, रामलाल, विजय, देवेन्द्र का कहना है कि सब्जियों की कीमतों में अभी और तेजी के संकेत हैं। पुनीत ने कहा कि श्राद्ध के दौरान हरी सब्जियों की डिमांड अधिक होती है, इसलिए खासकर तोरई, लौकी के दाम में बढ़ोत्तरी होने की संभावना हैं।
थोक मंडी में सब्जी का भाव
- टमाटर- 20 से 30 रुपये
- भिंडी- 30 से 40 रुपये
- बैंगन गोल- 30 से 40 रुपये
- परवल- 40 से 50 रुपये
- शिमला मिर्च- 40 से 50 रुपये
- करेला- 40 से 50 रुपये
- प्याज- 25 से 29 रुपये
- काशीफल- 20 से 35 रुपये
- आलू- 10 रुपये
- आलू पहाड़ी- 16 रुपये