प्रसपा भी कूदी मैदान में, किसान कानून के विरोध में आगरा के गांव-गांव जाएंगे प्रसपाई
प्रसपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली का कहना है कि पिछले दिनों भाजपा सरकार ने कृषि सुधार के नाम पर जो तीन नये कानून बनाए हैं वह किसान हित में नहीं हैं। इससे न तो कृषि में सुधार होगा और न ही किसानों का भला होने वाला है।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) कृषि कानूनों के विरोध में अब गांव-गांव साइकिल यात्राएं निकालेंगी। इस दौरान किसानों को न सिर्फ जागरूक किया जाएगा बल्कि नये कानूनों के विरोध में उनसे आंदोलन में शामिल होने की अपील की जाएगी। गुरुवार से इसकी शुरुआत हो रही है।
प्रसपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली का कहना है कि पिछले दिनों भाजपा सरकार ने कृषि सुधार के नाम पर जो तीन नये कानून बनाए हैं, वह किसान हित में नहीं हैं। इससे न तो कृषि में सुधार होगा और न ही इससे किसानों का कुछ भला होने वाला है। भाजपा सरकार चुनिंदा बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों को गुमराह कर रही है। इससे किसान और कमजोर होगा। उन्होंने कहा कि प्रसपा पूरी तरह से किसानों के साथ है। 24 दिसंबर से जिलाध्यक्ष धारा सिंह के नेतृत्व में कुआखेड़ा गांव से साइकिल यात्रा शुरू होगी। इसके बाद विभिन्न गांवों में यह यात्राएं निकाली जाएंगी। हम गांव-गांव जाकर किसानों को इस कानून की खामियों के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान देश में अन्नदाताओं को ही किनारे करके कानून बना दिया जाता है। कृषि से जुड़े फैसले एसी कमरे में बैठकर नहीं लिए जाते। प्रसपा हमेशा किसानों के साथ रही है। इस कानून के विरोध में भी हमारा पूरा समर्थन है। जरूरत पड़ने पर हमारी पार्टी एक-एक कार्यकर्ता सड़क उतरकर आंदोलन करेगा। जब तक सरकार तीनों कानून वापस नहीं लेती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। किसानों के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे।