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Power Staff Strike: आगरा के 225 गांव 36 घंटे तक अंधेरे में डूबे, पानी को तरसे लोग, 14 संविदाकर्मी बर्खास्त

Agra News जगह-जगह फाल्ट कंट्रोल रूम पर पहुंचीं 230 शिकायतें सब स्टेशनों पर हंगामा। हड़ताल कर रहे 14 संविदाकर्मियों पर कार्रवाई। लोगों ने पीने का पानी खरीदकर या जनरेटर किराये पर मंगाकर इंतजाम किया। शिकायतों का निस्तारण नहीं हुआ।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaSun, 19 Mar 2023 07:50 AM (IST)
Power Staff Strike: आगरा के 225 गांव 36 घंटे तक अंधेरे में डूबे, पानी को तरसे लोग, 14 संविदाकर्मी बर्खास्त
Agra News: 225 गांवों में 36 घंटों तक अंधेरे में डूबे रहे

आगरा, जागरण संवाददाता। बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) और प्रशासन द्वारा की गई वैकल्पिक व्यवस्था दूसरे दिन ही ध्वस्त हो गई। वर्षा के कारण हुए व्यवधानों को दुरस्त करने में घंटों लग गए। 125 फीडरों से जनपद के लगभग 225 गांव अंधेरे में डूबे रहे। 12 से लेकर 36 घंटे तक विद्युत व्यवस्था बाधित रही।

बिजली अधिकारियों ने काल रिसीव ही नहीं किए। कई सबस्टेशनों पर ग्रामीणों ने हंगामा किया, धरने पर बैठ गए। ग्रामीण पानी के लिए परेशान रहे। कुछ ने आरओ प्लांट से पानी खरीदकर मंगवाया तो कुछ ने किराए पर जनरेटर लेकर पानी का इंतजाम किया। कंट्रोल रूम पर 230 शिकायतें पहुंची, जिनका निस्तारण नहीं हो सका।

बारिश से बिगड़ी व्यवस्था

शुक्रवार रात को हुई वर्षा के कारण विद्युत व्यवस्था बिगड़ गई। कहीं पर फाल्ट हुआ तो कहीं पर लाइनें टूट गईं। अधिकांश फीडरों से आपूर्ति बंद कर दी गई। रातभर बिजली खुल रही। सुबह तक जब बिजली नहीं आई तो क्षेत्रीय लोगों ने विद्युत सब स्टेशन के अधिकारियों को फोन मिलाया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुए। गुस्साए लोग सबस्टेशन पहुंच गए, लेकिन वहां पर कोई कर्मचारी नहीं मिला। खंदौली क्षेत्र के मुडी फीडर से 24 घंटे तक बिजली बाधित रही। इससे पोषित बास अगरिया, पुरा गोवर्धन, पुरा लोधी, धौरऊ, छोटा गुड़ा आदि गांव प्रभावित रहे। पानी पीने का संकट पैदा हो गया।

जनरेटर से पीने का पानी का किया इंतजाम

ग्रामीण लाखन सिंह ने बताया कि जनरेटर की व्यवस्था कर पीने के पानी का इंतजाम किया। फतेहाबाद क्षेत्र में शुक्रवार रात 12 बजे से शटडाउन ले लिया। जिसके कारण दर्जनों गांव प्रभावित रहे। मिढ़ाकुर क्षेत्र में वर्षा के कारण तीन विद्युत उपकेंद्र बंद हो गए। राजस्व कर्मियों की मदद से ग्रामीणों ने फाल्ट ठीक कराए, इसके बाद ही 18 घंटे बाद विद्युत सप्लाई हो सकी। सहारा, सगुनापुर, बरारा आदि एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित रहे। किरावली क्षेत्र में गोपऊ के पास शुक्रवार रात को ट्रोला से तीन विद्युत पोल टूट गए। जिसके चलते गांव में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। देर शाम को आपूर्ति बहाल हो सकी।

30 गांवों में नहीं आई बिजली

शीतलकुंड फीडर पर ताला मिला। एक दर्जन गांवों पर विद्युत आपूर्ति ठप रही। पिनाहट के भदरौली विद्युत सब स्टेशन के 30 गांवों में शुक्रवार सुबह आठ बजे से बिजली नहीं है। ग्रामीण के साथ किसान यूनियन के लोग धरने पर बैठ गए। शनिवार रात को नौ बजे तहसीलदार सर्वेश कुमार पहुंचे। एक घंटे में विद्युत आपूर्ति कराए जाने का आश्वासन दिया। लेकिन वे नहीं माने। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक लाइट नहीं आ जाएगी तब तक धरना जारी रहेगा। शनिवार रात 10 बजे तक विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी है।

आंदोलनकारी 14 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। अमित किशोर, प्रबंध निदेशक, दक्षिणांचल

बेमियादी हड़ताल में बदला कार्य बहिष्कार

प्रदेश सरकार की सख्ती के बाद हड़ताल कर रहे 14 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करते हुए उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं, केंद्रीय नेताओं को नोटिस और उनकी गिरफ्तारी के आदेश के बाद संयुक्त संघर्ष समिति ने 72 घंटे के कार्य बहिष्कार को अनिश्चितकालीन हड़ताल में तब्दील कर दिया है। आंदोलनकारी गुरुवार से मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। लगभग चार सौ कर्मचारी हड़ताल पर हैं। 50 कर्मचारी हड़ताल पर नहीं हैं।

व्यवधान सुधारने को 15 विद्युत सब स्टेशनों से लिया गया शटडाउन

बारिश में हुए व्यवधान सुधारने के लिए 15 विद्युत सब स्टेशनों से शटडाउन लिया गया। जिसके कारण रुनकता, जैंगारा, कागारौल, मुड़ी, मिढ़ाकुर, सहारा, बिचपुरी, पिनाहट, अकोला, खंदौली, एत्मादपुर, किरावली, अछनेरा, फतेहपुरसीकरी, खेरागढ़, बाह आदि क्षेत्रों के सैकड़ों गांव प्रभावित हुए।