Agra Lockdown Update Day 12: Power Corporation ने दी बिजली Bill में फौरी राहत
होटल उद्योग समेत अन्य की पेशानी पर लॉकडाउन से आया बल। लॉकडाउन के बाद स्थिति सामान्य होने मेें लगेगा काफी वक्त।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉक डाउन के दिनों में मीटर रीडिंग के आधार पर बिजली बिल बनने व फिक्स्ड चार्ज दो माह स्थगित किए जाने से होटल उद्योग समेत अन्य को फौरी राहत मिली है। लॉक डाउन के बाद स्थिति सामान्य होने में वक्त लगेगा, जिससे भविष्य में भी इंडस्ट्री को मदद की दरकार रहेगी।
उप्र सरकार ने मार्च व अप्रैल के लॉक डाउन को देखते हुए बिजली बिल मीटर रीडिंग के स्थान पर पिछले तीन माह के औसत के आधार पर लेने का निर्णय लिया था। इस पर उद्यमियों द्वारा आपत्ति जताते हुए मीटर रीडिंग के अनुसार बिजली बिल बनाने व फिक्स्ड चार्ज में राहत देने की मांग की थी। इस पर उप्र पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड ने औद्योगिक एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को राहत देते हुए अप्रैल की बिलिंग वास्तविक खपत के आधार पर करने और मार्च व अप्रैल में फिक्स्ड व डिमांड चार्ज को दो माह के लिए स्थगित कर दिया है। इससे उद्योगों को फौरी राहत मिलेगी। पर्यटन उद्योग की बात करें तो 17 मार्च से स्मारक बंद होने के बाद से ही होटल खाली पड़े हैं। 23 मार्च से आगरा लॉक डाउन हो गया। खर्चों में कटौती को सितारा होटलों ने बड़े रेस्टोरेंट बंद कर दिए। कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया और बहुतों को वर्क फ्राम होम को कहा है। लॉक डाउन सरकार ने 14 अप्रैल के बाद नहीं बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन अभी इसे लेकर अनिश्चितता की स्थिति है।
आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष संदीप अरोड़ा ने बताया कि पर्यटन उद्योग को उबरने में लॉक डाउन के बाद भी लंबा वक्त लगेगा। पर्यटन उद्योग को सरकार को इसके बाद भी राहत की जरूरत होगी।
फिक्स्ड चार्ज नहीं लिया जाए
वी फॉर आगरा के समन्वयक केसी जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लॉक डाउन अवधि के बिजली के फिक्स्ड चार्ज को औद्योगिक एवं व्यावसायिक इकाइयों से नहीं लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि दो माह के लिए इसे स्थगित करने का कोई लाभ नहीं होगा। औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान एक कठिन आॢथक दौर से गुजर रहे हैं। उनसे घरेलू बिजली कनेक्शन का भी फिक्स्ड चार्ज नहीं लिया जाए।