यमुना में जलस्तर बढऩे से खतरे में पड़ी लोगों की जान, जानिये कहां दुश्वर हुए हालात
मथुरा में यमुना का जल बढऩे से संपर्क मार्ग पर बने दल-दल से हो रही दिक्कत।
आगरा, जेएनएन। वृंदावन- मांट के बीच यमुना पर बना पेंटून पुल लोगों को जान हथेली पर लेकर चलने को मजबूर कर रहा है। मांट की ओर से पुल के संपर्क स्लीपर के ऊपर यमुना का पानी पहुंचने के चलते दल-दल हो गया है। इससे कभी भी दुर्घटना संभव है। बावजूद लोक निर्माण विभाग और जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है।
प्रयागराज में चल रहे कुंभ के दौरान यमुना में जल की कमी न रहे इस उद्देश्य से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते अचानक यमुना के जल में बढ़ोत्तरी हो गई और पेंटून पुल के एप्रोच मार्ग पर पानी पहुंच गया। जिससे न केवल एप्रोच मार्ग बल्कि पुल के ऊपर भी मिट्टी गीली होने से दल-दल से राहगीरों को गुजरना पड़ रहा है। लोनिवि ने नवंबर में पुल बना दिया था। उस समय यमुना में पानी कम था, तो विभाग ने कम दायरे में पीपा लगाकर पुल तैयार कर दिया, लेकिन पिछले चार दिन से यमुना के जल में बढ़ोत्तरी हुई, तो पुल के संपर्क स्लीपरों और मार्ग पर पानी पहुंच गया। जिससे मिट्टी का दलदल और पानी के बीच से लोग बमुश्किल निकल पा रहे हैं।
अचानक बिगड़े हालात
लोनिवि के अधीशासी अभियंता सुदर्शनकांत वर्मा कहते हैं कि यमुना में अचानक पानी आ गया। पानी उतरने तक कुछ नहीं किया जा सकता। जिला प्रशासन को पुल पर लोगों का आवागमन रोकने को पत्र लिख रहे हैं। सिंचाई विभाग को भी पानी छोडऩे से पहले सूचना देनी चाहिए थी। ताकि हम पुल पर आवागमन की व्यवस्था कर सकते थे।
इसलिए पुल का अधिक होता इस्तेमाल
पेंटून पुल से मांट से लेकर नौहझील तक के लोगों को वृंदावन अथवा मथुरा आने के लिए करीब 10 किमी का रास्ता कम तय करना पड़ता है। यही कारण है कि हजारों राहगीर प्रतिदिन इस पुल का इस्तेमाल करते हैं।