अवागढ़ बवाल: दर्जनभर बवाली गिरफ्तार, सैंकड़ा पार हो रहे चिन्हित
शुक्रवार को हुआ था बवाल। इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई थी एफआईआर। 125 अज्ञात उपद्रवी किए जा रहे चिन्हित
आगरा, जेएनएन। रोडवेज बस की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत के बाद शुक्रवार को एटा के अवागढ़ में हुए बवाल के मामले में पुलिस ने 12 नामजद समेत 125 उपद्रवियों के खिलाफ बवाल का मुकदमा दर्ज कराया है। हमलावरों ने सीओ जलेसर और उनके हमराहियों के साथ मारपीट करते हुए सीओ की गाड़ी फूंक दी थी तथा अवागढ़ इंस्पेक्टर की गाड़ी में तोड़-फोड़ की थी। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए हमलावरों को जेल भेजा है।
अवागढ़ थाने में तैनात निरीक्षक रामरतन यादव ने बवाल के बाद ग्राम सहनऊआ निवासी जयपाल, दीपक, राकेश, लोकेश, राजवीर, उसके भाई लक्ष्मीनरायन, देवेश कुमार, दिगंबर सिंह, नगला बंधा निवासी अमृतलाल, मुहल्ला आंबेडकर नगर निवासी विद्याराम और जलेसर क्षेत्र के पौंडरी निवासी धर्मवीर समेत 12 नामजद और 125 उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस के साथ मारपीट, आगजनी, पथराव और जाम लगाने का मामला दर्ज कराया था। उपद्रव के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और पीएसी ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़कर यातायात सुचारू कराया था।
एसएसपी स्वप्निल ममगाई ने बताया कि शनिवार सुबह उपद्रव के सरगना जयपाल और उसके सभी 11 साथियों को अवागढ़ कस्बा के समीप स्थित टाटिया बाबा के आश्रम के निकट से गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष उपद्रवियों जिनमें महिला और पुरुष शामिल हैं, को चिन्हित किया जा रहा है।
ये था मामला
शुक्रवार को अवागढ़-टूंडला रोड पर कस्बे से आधा किलोमीटर दूर अवागढ़ से अपने गांव सहनऊआ जा रहे बाइक सवार 32 वर्षीय बलवीर ङ्क्षसह पुत्र रमेशचंद्र को आगरा से आ रही रोडवेज बस ने रौंद दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। चूंकि हादसा गांव के नजदीक ही हुआ था इसलिए पुलिस और परिजन घायल को सीधे आगरा ले गए, मगर एत्मादपुर पहुंचते ही युवक की मौत हो गई। तब तक पुलिस को यह पता चल चुका था कि ग्रामीणों की खासी भीड़ घटनास्थल पर एकत्रित हो गई है और जाम लगा दिया है। इसलिए पुलिस ने युवक के शव को दूसरे रास्ते से पोस्टमार्टम के लिए एटा पहुंचा दिया। ग्रामीणों को जब यह भनक लगी कि शव को पुलिस ने सीधे एटा भेज दिया है तो वे और ज्यादा उत्तेजित हो गए और उन्होंने सीओ जलेसर रामनिवास ङ्क्षसह तथा उनके हमराह फोर्स के साथ मारपीट कर डाली। इतना ही नहीं पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। सीओ की गाड़ी में आग लगा दी। इंस्पेक्टर अवागढ़ सुभाष सिंह की गाड़ी में भी तोड़-फोड़ की गई। हालात ऐसे बन गए कि पुलिस को एक फार्म हाउस में छिपकर जान बचानी पड़ी। इतने में जलेसर सर्किल के थानों का फोर्स, पीएसी व कई पुलिस अधिकारी मौके पर आ पहुंचे और उन्होंने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। हादसा 2.15 बजे हुआ था और शाम 5.30 बजे तक जाम लगा रहा। पुलिस ने दर्जनभर से ज्यादा ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया है। अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि हालात काबू में हैं, जिन ग्रामीणों ने उपद्रव किया है, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
होगी कड़ी कार्रवाई
एसएसपी का कहना है कि सभी उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अज्ञात उपद्रवियों को ङ्क्षचहित करने के निर्देश पुलिस को दे दिए गए हैं। आरोपितों के खिलाफ गुंडाएक्ट के साथ-साथ एनएसए भी लगाई जाएगी।
बख्शे नहीं जाएंगे पुलिसकर्मी
सीओ जलेसर को छोड़कर मौके से भागे अवागढ़ थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही की जांच अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार को सौंप दी गई है। तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने के उन्हें निर्देश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर लापरवाह पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।