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Narcotics Raid: आगरा के दवा माफिया का डोजियर तैयार कर रही पुलिस

Narcotics Raid चार गैंग पकड़े गए अवैध कारोबार में लिप्त दर्जनभर से अधिक आरोपित भेजे जेल। अब दूसरे राज्यों की पुलिस से भी आगरा पुलिस ने मांगी गैंग के बारे में जानकारी। मुकदमों के आधार पर इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा में कार्रवाई की जाएगी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 11:22 AM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 11:22 AM (IST)
दूसरे राज्यों की पुलिस से भी आगरा पुलिस ने मांगी गैंग के बारे में जानकारी।

आगरा, जागरण संवाददाता। नशीली, नकली और सेंपल की दवाओं के अवैध कारोबार का हब बनी ताजनगरी में माफिया सिंडिकेट बनाकर काम कर रहे हैं। छह माह में चार गैंग पकड़े गए और दर्जनभर से अधिक आरोपित जेल भेजे गए।लाखों की दवाएं बरामद हो चुकी हैं। अब एडीजी राजीव कृष्ण और आइजी नवीन अरोरा के स्तर से इन सभी मामलों की मानीटरिंग हो रही है। इसके बाद पुलिस ने दवा माफिया का डोजियर तैयार करना शुरू कर दिया है। जल्द ही मुकदमों के आधार पर इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा में कार्रवाई की जाएगी।

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11 राज्यों में नशीली दवाओं की तस्करी करता था आगरा गैंग

पंजाब पुलिस ने 26 जुलाई 2020 को आगरा गैंग के सरगना कमला नगर निवासी जितेंद्र उर्फ विक्की अरोड़ा और उसके भाई कपिल अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले खटीकपाड़ा निवासी हरीश भाटिया को बरनाला से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह गैंग 11 राज्यों में नशीली दवाओं की तस्करी करता था। लाखों रुपये की नशीली दवाएं अरोड़ा बंधु के गोदामों से पुलिस ने बरामद कर लीं। नेटवर्क से जुड़े शहर के कई अन्य लोगों के नाम सामने आए। इनमें से दो कमला नगर और कुछ फव्वारा दवा बाजार के बड़े नाम थे। इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।विक्की और कपिल अरोड़ा को दवा माफिया घोषित कर दिया गया। पुलिस दोनों की संपत्ति का ब्योरा जुटा रही है। पुलिस इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

जयपुरिया गैंग के गोदामों से बरामद हुई थीं सात करोड़ की नशीली दवाएं

नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वाले जयपुरिया गैंग पर औषधि विभाग और आगरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की थी 19 दिसंबर से 21 दिसंबर तक चली कार्रवाई में बल्केश्वर के तेज नगर निवासी सरगना पंकज गुप्ता के सूर्यकांत गुप्ता, बेटे अमन गुप्ता, गोदाम में पार्टनर किशन अग्रवाल समेत सात को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।सात करोड़ की नशीली दवाएं जब्त की गईं।इस मामले में कमला नगर थाने में दो मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें 17 आरोपित थे।सात आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने सरगना पंकज गुप्ता को और गिरफ्तार कर लिया।मगर, मुकदमे में नामजद उसकी पत्नी और बेटियों को अभी तक पुलिस नहीं पकड़ सकी।इस गैंग को दवाएं कानपुर का सरदार हरप्रीत भेजता था। इसकी गिरफ्तारी को आज तक पुलिस कानपुर नहीं गई।इस गैंग के खिलाफ भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।

एक्सपायर दवाओं के अवैध धंधे में जेल गए थे राजौरा बंधु

औषधि विभाग और पुलिस ने नौ फरवरी को सिकंदरा के आवास विकास कालोनी सेक्टर आठ निवासी सुधीर राजौरा और उसके भाई प्रदीप राजौरा व मथुरा के सौरभ को गिरफ्तार किया था। ये एक्सपायर दवाओं की रीस्टांपिंग करके उन्हें महंगे दामों में बेचते थे।इस मामले में सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ।राजौरा बंधुओं समेत तीन को जेल भेजने के बाद पुलिस की जांच ठंडी पड़ गई। जबकि इस धंधे में और भी तमाम लोग शामिल हैं।

एनसीबी की टीम ले गई एक ट्रक में भरकर दवा

आगरा के रहने वाले कपिल अग्रवाल को हाल ही में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने गिरफ्तार किया था। दिल्ली में इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। उससे पूछताछ में मामला सामने आने के बाद जेपी ड्रग्स ग्रुप आफ कंपनीज के आफिस और गोदाम में गुरुवार को एनसीबी ने छापा मारा। इस दौरान बड़ी मात्रा में अवैध दवाएं बरामद हुईं। इनको जब्त करके ट्रक से टीम ले गई। 


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