नेहा हत्याकांड से उठा पर्दा, बॉयफ्रेंड ने ही साथी संग मिलकर की थी हत्या Agra News
रविवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर मथुरा के सुरीर थाना क्षेत्र के पास पुलिस को पड़ा मिला था युवती का शव। दोनों हत्यारोपित पुलिस ने गोवर्धन में लिए हिरासत में।
आगरा, जेएनएन। पुलिस ने नेहा खण्डेलवाल हत्याकांड की गुत्थी सुलझा दी है। हत्यारा युवती का बॉयफ्रेंड ही निकला। उसने अपने एक साथी की मदद से उसकी गला दबाकर कर हत्या कर दी थी। मथुरा के थाना सुरीर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रविवार को तड़के सुरीर कोतवाली क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेस वे पर थाना हाइवे के गांव गिरधर मार्ग स्थित बसन्त विहार कालोनी निवासी गोविंद शरण की पुत्री नेहा खण्डेलवाल का शव मिला था। उसकी गला दबा कर हत्या कर दी गई थी। चार दिन से पुलिस दिल्ली और आगरा में युवती के कातिलों की तलाश में लगातार दबिश दे रही थी। पुलिस ने गुलशन कटारा निवासी हनुमान नगर बोदला थाना जगदीशपुरा आगरा और डिंपल मथुरिया निवासी लोकेंद्र कालोनी भदौरिया गली थाना जगदीश पुुरा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गुलशन ने पुलिस को बताया कि मथुरा में ही एक कंप्यूटर सेंटर पर उसकी नेहा से मुलाकात हुई थी। तभी से दोनों के बीच मेंं अफेयर चल रहा था। इस बीच मेंं गुलशन की शादी फिरोजाबाद से हो गई। यह नेहा को नागवार गुजर रहा था। उसने गुलशन के सामने शर्त रखी कि वह अपनी पत्नी को छोड़ कर उससे शादी कर ले। इसी बात को लेकर दोनों के बीच तनाव चल रहा था। जो चरम पर पहुंच गया। तब गुलशन ने नेहा को अपने रास्ते से हटाने की साजिश रची। षडयंत्र में उसने अपने साथी डिंपल को भी शामिल कर लिया। योजना के मुताबिक शनिवार को दोनों कार लेकर दिल्ली पहुंच गया। गुलशन ने डिंपल को पीछे सीट पर छिपा रखा था। नेहा को कार में बैठा कर नोएडा ले आए। गुलशन और डिंपल ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को सुरीर क्षेत्र में फेंक कर आगरा चले गए। एसएसपी शलभ माथुर ने पुलिस लाइन में पत्रकारों को बताया कि दोनों आरोपितों को मथुरा में गोवर्धन चौराहे से गिरफ्तार किया है। एसएसपी ने बताया कि दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। एसपी देहात अदित्य कुमार शुक्ला, सीओ मांट विनय कुमार और इंस्पेक्टर सुरीर अनूप सरोज भी मौजूद रहे।
लौट आई थी सांस
नेहा की गला दुपट्टा से दबा दिया। दोनों ने समझा की उसकी मौत हो गई। मगर, उसकी सांस लौट आई। तब मोबाइल की कान लगाने वाली लीड से उसका दुबारा गला दबाया। जब नेहा का शरीर शांत हो गया तो दोनों ने शव को यमुना एक्सप्रेस वे पर फेंक दिया और आगरा चले गए। आगरा में ही एक सुनसान स्थान पर नेहा की चप्पल आदि फेंक दी।