बच्चों के हलक तर करने में भी हेराफेरी
आगरा: परिषदीय स्कूलों में हैंडपंप स्थापना में घपले का अंदेशा है। संस्था द्वारा सौंपी गई सूची और सत्यापन सूची में भिन्नता पाई गई है। अब एफआइआर की तैयारी है।
परिषदीय स्कूलों में हैंडपंप स्थापना में घपले का अंदेशा, एफआइआर की तैयारी
-लघु उद्योग निगम और सत्यापन सूची में भिन्नता, सीडीओ देंगे हरी झंडी जागरण संवाददाता, आगरा: परिषदीय स्कूलों में हैंडपंप लगाने में घपला होने का अंदेशा है। संस्था द्वारा सौंपी और विभाग की सत्यापन सूची में भिन्नता पाई गई है। अब विभाग कार्यदायी संस्था के खिलाफ एफआइआर की तैयारी में है। संबंधित संस्था को नोटिस जारी कर एफआइआर की चेतावनी भी दी गई है।
परिषदीय स्कूलों में 517 हैंडपंप लगाने की जिम्मेदारी लघु उद्योग निगम को सौंपी गई थी। प्रति हैंडपंप 40 हजार रुपये खर्च प्रस्तावित था। संस्था को पहले 259 हैंडपंप लगाने को धनराशि प्रदान की गई। कार्यदायी संस्था ने हैंडपंप लगा रिपोर्ट और सूची बेसिक शिक्षा विभाग के अशोक नगर स्थित सर्वशिक्षा अभियान के कार्यालय को सौंप दी। सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय ने हैंडपंपों का सत्यापन कराया, मौके पर कम हैंडपंप लगे मिले। कार्यदायी संस्था को पत्र लिख एक प्रतिनिधि भेजकर सत्यापन को कहा लेकिन संस्था ने कोई प्रतिनिधि नहीं भेजा। इसके बाद पत्र भेजकर हैंडपंपों की संख्या पूर्ण करने को कहा। सूत्रों का कहना है कि सर्वशिक्षा अभियान के पदाधिकारियों ने संस्था के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्णय किया है। इसका मसौदा तैयार कर लिया गया है। इस मसौदा को सीडीओ के समक्ष रखा जाएगा। उनसे अनुमति मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। जुलाई में बच्चे पानी को तरसेंगे
लघु उद्योग निगम की रिपोर्ट में दर्शाए गए 259 हैंडपंपों में दो दर्जन से अधिक स्कूलों में हैंडपंप नहीं मिले हैं। इनमें बच्चे अभी भी पानी को तरसते हैं। अगर जल्द हैंडपंप स्थापित न किए तो जुलाई से फिर स्कूली बच्चे पेयजल के लिए तरसेंगे।