Ayodhya Verdict: फैसले के बाद कायम रही सौहार्द की मिसाल, सद्भाव का दिया जा रहा संदेश Agra News
अयोध्या फैसले के बाद सांप्रदायिक शांति। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात।
आगरा, जागरण संवाददाता। सुलहकुल के शहर ने एक बार फिर हिंदू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश की। अयोध्या मामले पर फैसले को लेकर भले ही पुलिस प्रशासन आगरा को संवेदनशील मानता रहा हो, लेकिन यहां के लोगों के दिल मिले थे। शनिवार को सुबह जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तो दोनों धर्म के लोगों ने इसका इस्तकबाल किया। एक दूसरे से गले मिले और मिठाई बांटकर खुशी साझा की। एहतियातन सभी मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पुलिस तैनात रही और अधिकारी भ्रमणशील रहे।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पशोपेश में थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने को काफी समय से तैयारी चल रही थी। शनिवार को सुबह से हालात सामान्य थे। शहर के सबसे संवेदनशील इलाके मंटोला, ढोलीखार, नाई की मंडी, मीरा हुसैनी में सुबह आठ बजे लोग घरों से बाहर थे। कोई बिरियानी खा रहा था तो कोई बेड़ई-जलेवी का नाश्ता कर रहा था। जगह-जगह पुलिस फोर्स भी तैनात था। कहीं-कहीं फैसले को लेकर चर्चा भी होती मिली। 10.30 बजे जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने का समय आया, लोगों की निगाहें टीवी और मोबाइल पर टिक गईं। थोड़ी देर बाद ही फैसला आ गया। इसके बाद यहां थोड़ी देर के लिए सन्नाटा सा रहा। इसके बाद वही सामान्य हालात हो गए। लोग अपने-अपने काम में लगे थे। मंटोला में हिंदू और मुस्लिम समाज के लोग गले मिले। लोहामंडी में मुस्लिम और हिंदू दोनों ने मिलकर मिठाई बांटी। कमाल खां में एक ओर श्रद्धालु पूजा कर रहे थे वहीं दूसरी ओर दुआओं के लिए हाथ उठे। यहां जय बुलाकी बाबा और बाबा कमाल खां की दरगाह आमने-सामने हैं। शहर के अधिकतर बाजारों में खुलने के बाद भीड़ रोजाना की तरह थी। राजामंडी बाजार, नूरी गेट, संजय प्लेस में भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा कम दिखी। एडीजी अजय आनंद, कमिश्नर अनिल कुमार और आइजी ए सतीश गणेश ने ताजमहल के आसपास का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद चिम्मन पूड़ी चौराहे से कोतवाली तक पुराने शहर के बाजार में पैदल गश्त किया। इस दौरान उन्होंने शहर के लोगों से भी बात की।
डीएम एनजी रवि कुमार और एसएसपी बबलू कुमार मंटोला, वजीरपुरा, ताजगंज, लोहामंडी समेत शहर के अन्य इलाकों में भ्रमण करके हालात का जायजा लिया। सभी स्थानों पर दोनों धर्म के लोगों का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का वे स्वागत करते हैं। शाम तक भले ही हालात सामान्य थे। मगर, पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से भी क्षेत्र में रहा।