Smart City: एक और रोड़ा, इस प्रोजेक्ट की फाइल होेगी बंद, जानिए वजह Agra News
राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए) ने जच्चा-बच्चा केंद्र ताजगंज को एनओसी देने से इन्कार कर दिया है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा स्मार्ट सिटी के अफसरों की लापरवाही से एक और प्रोजेक्ट की फाइल बंद होने जा रही है। राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए) ने जच्चा-बच्चा केंद्र, ताजगंज को एनओसी देने से इन्कार कर दिया है। इसके चलते अब केंद्र का निर्माण नहीं हो सकेगा। इससे पूर्व एनएमए ने ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट के पांच सौ पेड़ों पर रंग-बिरंगी रोशनी डालने की अनुमति नहीं दी थी। साढ़े छह करोड़ के इस प्रोजेक्ट को चेयरमैन के आदेश पर ड्रॉप कर दिया गया।
आगरा शहर के नौ वार्डो को स्मार्ट तरीके से विकसित किया जा रहा है। पांच साल के भीतर दो हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसे देखते हुए जच्चा-बच्चा केंद्र, ताजगंज के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव तैयार हुआ। 3.87 करोड़ से निर्माण होना था। तीन माह पूर्व आगरा स्मार्ट सिटी प्रशासन ने जर्जर बिल्डिंग को तोड़कर निर्माण शुरू करा दिया। पिछले दिनों एएसआइ की आपत्ति के बाद काम रुक गया। स्मार्ट सिटी के सीईओ अरुण प्रकाश ने एनएमए में एनओसी के लिए आवेदन किया जिससे निर्माण जल्द शुरू हो सके। एनएमए ने अब जाकर जवाब दिया है। एनएमए ने कहा है कि जच्चा-बच्चा केंद्र से महज 3.25 मीटर की दूरी पर बारह खंभा स्मारक है। यह संरक्षित स्मारक है। ऐसे में केंद्र का निर्माण नहीं हो सकता है। न ही एनओसी दी जा सकती है। एनओसी न मिलने के चलते अब यह प्रोजेक्ट भी ड्रॉप होगा।
चार सितंबर को बोर्ड की बैठक
आगरा स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक चार सितंबर को होगी। नगर निगम स्थित कार्यालय में बैठक दोपहर में शुरू होगी जिसमें जच्चा-बच्चा केंद्र के निर्माण के बदले दूसरे विकल्प पर विचार किया जाएगा।
स्मारकों का नहीं रखा ध्यान
आगरा स्मार्ट सिटी में 23 प्रोजेक्ट हैं। 16 प्रोजेक्ट पर ही काम चल रहा है। योजना तैयार करने में स्मारकों की दूरी का ध्यान नहीं रखा गया है। इसी के चलते अब तक तीन प्रोजेक्ट फंस गए हैं। पहला प्रोजेक्ट स्ट्रीट वेंडिंग जोन का है। तीन स्थलों पर बनने वाले जोन का काम रुक गया है। दूसरा प्रोजेक्ट ताज के पूर्वी और पश्चिमी गेट के पेड़ों पर रंग-बिरंगी रोशनी डालने का है। एनएमए से एनओसी न मिलने से यह प्रोजेक्ट ड्रॉप हो गया है।
ये हैं प्रमुख 19 प्रोजेक्ट और उनकी स्थिति
- डेवलपमेंट ऑफ हेरिटेज वाक। लागत 3.46 करोड़। शुरुआत छह मई 2018।
- सात चौराहों का सुंदरीकरण। लागत 6.97 करोड़। शुरुआत 19 जून 2018।
- ताजमहल के आसपास सुंदरीकरण का कार्य। लागत 3.08 करोड़। शुरुआत 23 अगस्त 2018।
- दरेसी रोड पर विकास कार्य। लागत 97 लाख। शुरुआत 29 सितंबर 2018।
- माइक्रोस्किल डेवलपमेंट सेंटर। लागत दो करोड़। शुरुआत दस मई 2018।
- फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण। लागत 105 करोड़। 29 अगस्त 2018।
- आठ लोकेशन पर पब्लिक टॉयलेट का निर्माण। लागत 3.99 करोड़। शुरुआत दस मई 2018।
- मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर। लागत 282 करोड़। शुरुआत 29 अगस्त 2018।
- स्ट्रीट वेंडिंग जोन का निर्माण। लागत 3.33 करोड़। शुरुआत 22 जून 2018।
- नगर निगम ताजगंज के स्कूल का सुंदरीकरण। लागत 1.24 करोड़। शुरुआत 11 अक्टूबर 2018।
- डिजिटल एजुकेशन ताजगंज इंटर कॉलेज। लागत 61 लाख। शुरुआत 10 मई 2018।
- वूमेन डिस्ट्रेस और हेल्थ सेंटर। लागत 3.40 करोड़। शुरुआत 22 दिसंबर 2018।
- जंक्शन इंप्रूवमेंट, पैन सिटी। लागत 2.22 करोड़। शुरुआत 22 दिसंबर 2018।
- इंप्रूवमेंट ऑफ ताज ईस्ट ड्रेन। लागत 26.09 करोड़। शुरुआत 22 दिसंबर 2018।
- रीहेबिलिटेशन ऑफ मेजर रोड। लागत 99.36 करोड़। शुरुआत एक मार्च 2019।
- रीहेबिलिटेशन ऑफ माइनर रोड (सीसी रोड)। लागत 79.83 करोड़। शुरुआत 9 मई 2019।
- रीहेबिलिटेशन ऑफ माइनर रोड (डामर रोड)। लागत 74.62 करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट। लागत 3.83 करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
- चौबीस घंटे वाटर सप्लाई मीटरिंग स्काडा सिस्टम। लागत 142 करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
- सीवरेज नेटवर्क। लागत सौ करोड़। शुरुआत नौ मई 2019।
स्मार्ट सिटी कार्यालय के गेट पर टपकता रहा पानी
नगर निगम स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय के गेट से शुक्रवार दिनभर पानी टपकता रहा। इसकी शिकायत आला अफसरों से की गई लेकिन जांच नहीं हुई।
क्या कहते हैं अधिकारी
जच्चा-बच्चा केंद्र को एनएमए से एनओसी नहीं मिली है। ऐसे में प्रस्ताव को ड्रॉप किया जाएगा।
अनिल कुमार, चेयरमैन आगरा स्मार्ट सिटी लि.