मुख्यमंत्री का आदेश तो मान लीजिए साहब, आफिस में बैठना शुरू कर दो
-सख्ती के बाद भी तहसीलों में नहीं रुक रहे अधिकारी -जागरण की पड़ताल में खुली पोल, जिला मुख्यालय बना पसंद
आगरा, जागरण संवाददाता। सीएम साहब! ये आपके ही नुमाइंदे हैं, लेकिन आपका ही आदेश इन्हें मायने नहीं रखता। जिले में तहसील स्तरीय अधिकारियों ने अब तक वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश तो हवा में उड़ाए ही, अब मुख्यमंत्री के रात्रि निवास मुख्यालय पर करने के आदेश का भी इनपर असर नहीं है। बुधवार शाम दैनिक जागरण टीम ने तहसील स्तर के अधिकारियों के रुकने की पड़ताल की, तो अधिकांश अपने मुख्यालय पर नहीं मिले। ये मिला हाल
-फतेहाबाद तहसील के पुलिस क्षेत्राधिकारी, उप जिलाधिकारी व बीडीओ मुख्यालय पर रुकते ही नहीं है। अभी भी इन्होंने यह परंपरा कायम रखी है।
-किरावली क्षेत्र में अपर मुख्य सचिव महेश गुप्ता ने दौरा किया था। एसडीएम व सीओ उनके साथ ही आगरा चले गए। अन्य दिनों भी वह मुख्यालय पर नहीं रुकते हैं।
-एत्मादपुर में भी हालात भिन्न नहीं हैं, तहसीलदार जरूर मुख्यालय पर रुकने लगे हैं। एसडीएम, सीओ, बीडीओ व चिकित्साधिकारी का आगरा मोह अभी छूट नहीं पा रहा है।
-बाह में एसडीएम तो रुकते हैं, लेकिन पुलिस क्षेत्राधिकारी का आगरा मोह बना हुआ है। स्थिति यह है कि सीओ कई-कई दिन तक ऑफिस में दिखाई नहीं देते हैं।
-खेरागढ़ तहसील में भी स्थिति अलग नहीं है। एसडीएम व सीओ रात में तहसील से निकल जाते हैं। सुबह भी देरी से ही पहुंचते हैं। काश! लोनिवि अतिथिगृह ही चेक हो जाए
-अधिकारी तहसील मुख्यालय पर चेकिंग कराने की बात कह रहे हैं, लेकिन शहर में ही लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह को चेक नहीं करा रहे हैं। यहां एसडीएम फतेहाबाद, एडीएम सहित छह अधिकारियों ने महीनों से डेरा डाल रखा है। चेकिंग में यह अधिकारी पकड़े जा सकते हैं। सीएम का स्पष्ट अपने मुख्यालय पर रुकने का आदेश हैं। इसके लिए चेकिंग भी कराई जाएगी। मुख्यालय पर न मिलने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-अनिल कुमार, कमिश्नर