सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट पौधरोपण में भी अफसरों ने किया घोटाला
जिला प्रशासन की जांच भी थमी, एसीएम को पता ही नहीं, कहां किया पौधरोपण, 11 विभागों ने नहीं दी जानकारी
आगरा (जेएनएन): सरकारी घोटाले दफन करने में जिले के अधिकारी माहिर होते जा रहे हैं। छोटे घोटालों की बात छोड़िए, सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट से जुड़ा पौधरोपण घोटाला भी रफा-दफा कर दिया गया। अधिकारियों के तमाम दावों के बाद भी 11 विभागों ने पौधरोपण की जिओ टैगिंग नहीं की है, जिससे पौधरोपण की लोकेशन की जानकारी नहीं मिल रही। खास बात यह है कि विभागों के घोटाले को जिले के उच्चाधिकारियों ने भी मौन स्वीकृति दे दी है। वन विभाग ने संयुक्त रिपोर्ट नहीं दी तो जिला प्रशासन ने अगली कार्रवाई नहीं की है।
ये है घोटाला
प्रदेश सरकार ने जिले में 15 अगस्त तक 13 लाख 21 हजार 615 पौधे रोपने का लक्ष्य दिया था। जिले के अधिकारियों ने अपनी पीठ थपथपाते हुए रिपोर्ट भी शासन को भेज दी। दैनिक जागरण ने जब पौधरोपण की हकीकत जानी तो बड़ा घोटाला सामने आया। अधिकांश विभागों ने पौधरोपण किया ही नहीं और फर्जी रिपोर्ट भेज दी। कई ने पौधों को कूड़े के ढेर पर फेंक दिया तो कई ने पौधरोपण की रस्म अदायगी कर दी। जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने एसीएम प्रथम को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। एसीएम को आज तक वनाधिकारी पौधरोपण की संयुक्त रिपोर्ट ही उपलब्ध नहीं करा सके। प्रशासन ने भी अगली कार्रवाई नहीं की है।
- 25 विभागों को करना था पौधरोपण
- 11 विभागों ने जिओ टैगिंग ही नहीं की
- 17 सितंबर तक मोबाइल एप्लीकेशन पर अपलोड करनी थी जानकारी
ये विभाग है लापरवाह
ग्राम विकास,पंचायती राज, औद्योगिक विभाग, राजस्व व वित्त विभाग, नगर विकास, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, कृषि, विद्युत, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, सेना।
हम सभी विभागों को जिओ टैगिंग के लिए लगातार लिख रहे हैं। कुछ विभाग कहने के बावजूद भी अपनी साइट अनुसार रिपोर्ट नहीं भेज रहे हैं। इनमें इन विभागों को रिमाइंडर दिया है।
मनीष मित्तल, प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग, आगरा
अगस्त माह में यहां एसीएम दूसरे थे। शायद उन्हें कोई मौखिक निर्देश दिए हो। पौधरोपण मामले में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।
संगम लाल यादव, एसीएम प्रथम