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मानसिक स्वास्थय संस्थान में मेट्रन और अधीक्षक आमने-सामने, इस प्रकरण ने पकड़ा है तूल

मेट्रन ने की प्रेस वार्ता अधीक्षक ने मीडिया को लिखा पत्र। दोनों एक-दूसरे को बता रहे आरोपी। महिला आयोग सदस्य कर रहीं जांच। होटल गोवर्धन में हुए प्रेसवार्ता में मेट्रन मीरा रोबिस्टर का कहना है कि नर्स की हरकतों की जानकारी कई बार निदेशक और अधीक्षक को दी गई थी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 11:25 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 11:25 AM (IST)
मानसिक स्वास्थय संस्थान में मेट्रन और अधीक्षक आमने-सामने, इस प्रकरण ने पकड़ा है तूल
मानसिक स्वास्थय संस्थान में मेट्रन और अधीक्षक आमने-सामने।

आगरा, जागरण संवाददाता। मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में नर्स प्रकरण में मेट्रन और अधीक्षक आमने- सामने आ गए हैं। रविवार को मेट्रन ने प्रेसवार्ता कर अपना पक्ष रखा तो अधीक्षक ने मीडिया को एक पत्र लिख अपनी बात कही।दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।

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होटल गोवर्धन में हुए प्रेसवार्ता में मेट्रन मीरा रोबिस्टर का कहना है कि नर्स की हरकतों की जानकारी कई बार निदेशक और अधीक्षक को दी गई थी। दोनों ने कोई कार्यवाही नहीं की।मेरा पक्ष न तो महिला आयोग सुन रहा है और न ही अस्पताल प्रशासन। जिस घटना की शिकायत नर्स ने महिला आयोग में की है, उसकी जानकारी संस्थान प्रशासन को है। मेट्रन का कहना है कि नर्स को एक स्टोर कीपर के कमरे से आपत्तिजनक सि्थति में पकड़ा गया था, निदेशक के कहने पर ही पुलिस को बुलाया गया था, महिला आयोग के सामने वो इस बात से मुकर गए।नर्स के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है।उसके द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।जिस वीडियो को वायरल करने का आरोप लगाया जा रहा है, उस वीडियो की जांच होनी चाहिए।मेट्रन का कहना है कि नर्स को कई बार नौकरी से हटाया गया और कई बार वापस बुलाया गया।प्रेस वार्ता में मेट्रन ने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली के खिलाफ कई सवाल भी खड़े किए।मेट्रन का कहना है कि मेरे पास सभी प्रमाण हैं।

दूसरी तरफ अधीक्षक डा. दिनेश राठौर द्वारा भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि जांच को प्रभावित करने के लिए उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है।महिला आयोग सदस्य निर्मला दीक्षित द्वारा भी जांच की जा रही है, संस्थान द्वारा बनाई गई कमेटी में मैं भी सदस्य हूं। आरोपी संस्थान का पूर्व सुपरवाइजर यतिन कुमार है। उसे अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत अगस्त में ही सेवा मुक्त किया जा चुका है।मेट्रन मीरा भी आरोपी का साथ दे रही है।मुझ पर दबाव बनाने और जांच को प्रभावित करने के लिए ही प्रेसवार्ता की गई है।आरोपी यतिन ने मुझे धमकी भी दी थी, जिसकी शिकायत 21 अगस्त को जिलाधिकारी से लेकर संस्थान के निदेशक तक को की जा चुकी है। 


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