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पुलिस महकमा अब बदलाव की ओर, दूर होंंगी जल्‍द आवास और स्‍वास्‍थ की समस्‍याएं Agra News

अब बैरक नहीं हॉस्टल में रहेंगे पुलिसकर्मी। 29 थानों में 31 हॉस्टल और 28 विवेचना कक्ष बनेंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 03:33 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 07:16 PM (IST)
पुलिस महकमा अब बदलाव की ओर, दूर होंंगी जल्‍द आवास और स्‍वास्‍थ की समस्‍याएं Agra News
पुलिस महकमा अब बदलाव की ओर, दूर होंंगी जल्‍द आवास और स्‍वास्‍थ की समस्‍याएं Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिसकर्मियों के सामने आवास की समस्या अक्सर रहती है। अब उनकी यह समस्या दूर होने वाली है। जिले के 29 थानों में 31 हॉस्टल बनने जा रहे हैं। इनमें एक कमरे में दो पुलिसकर्मी रह सकेंगे। शासन से इनका प्रस्ताव स्वीकृत हो गया है। अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर और ग्रामीण क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए हॉस्टल और थाने में विवेचना कक्ष बनवाने की घोषणा की थी। आगरा से इसके लिए प्रस्ताव भेजे गए थे। बैरक में पुलिसकर्मियों की निजता नहीं रहती थी। हॉस्टल में केवल दो पुलिसकर्मी रहेंगे। अब शहर और देहात के 29 थानों में हॉस्टल और विवेचना कक्ष बनाने का प्रस्ताव मंजूर हो गया है। अधिकतर थानों में इसके लिए जमीन है। नौ थानों में पुरानी बिल्डिंग ध्वस्त होने के बाद यह काम शुरू होगा। ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया अभी चल रही है। पुलिस लाइन में 48 महिलाओं के लिए एक हॉस्टल बनाया जाएगा। उप्र पुलिस आवास निगम जल्द ही इस पर काम शुरू करेगा। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि हॉस्टल और विवेचना कक्ष बनने से पुलिसकर्मियों के काम करने और रहने की व्यवस्था बेहतर होगी। बेहतर माहौल में वे काम और अच्छा करेंगे।

इन थानों में बनेंगे हॉस्टल और विवेचना कक्ष

कोतवाली, सिकंदरा, सदर,रकाबगंज, एत्माद्दौला, लोहामंडी,पर्यटन थाना, एत्मादपुर, बरहन, खंदौली, फतेहाबाद, शमशाबाद, निबोहरा, बाह, जैतपुर, चित्राहाट, पिढ़ौरा, खेरा राठौर, बसई अरेला, बासौनी, खेरागढ़, सैंया, इरादत नगर, बसई जगनेर, अछनेरा, फतेहपुर सीकरी, मलपुरा, जगनेर।

पुलिस परिवारों की मदद को बनेगी मेडिकल रिस्पोंस टीम

पुलिस की ड्यूटी का समय तय नहीं है। दूर दराज ड्यूटी के दौरान अगर परिवार में कोई अचानक गंभीर रूप से बीमार होता है तो बहुत मुश्किल होती है। इसको हल करने के लिए अब एसएसपी बबलू कुमार ने नई पहल की है। वे आगरा में पुलिस मेडिकल रिस्पोंस टीम बना रहे हैं। यह टीम इमरजेंसी में पुलिसकर्मियों के परिवार के लोगों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही उनके पहुंचने तक देखरेख भी करेगी।

पुलिसकर्मियों के एक हजार से अधिक परिवार सरकारी क्वार्टरों में रहते हैं। पुलिसकर्मियों के ड्यूटी पर रहने के दौरान उनके परिवार में अगर कोई बीमार हो जाता है तो इलाज मिलने में समय लगता है। इस समस्या को देखते हुए एसएसपी बबलू कुमार मेडिकल रिस्पोंस टीम बनाने का निर्णय लिया है। एसएसपी ने बताया कि मदद के लिए एक नंबर जारी किया जाएगा। इस पर कॉल करने पर पुलिस लाइन में खड़ी एंबुलेंस लेकर तत्काल पुलिसकर्मी बताए गए पुलिस आवास पर पहुंचेंगे। वहां से उन्हें वे अस्पताल ले जाएंगे। पुलिसकर्मी के पहुंचने तक वे तीमारदारी भी करेंगे। जल्द ही इसके लिए डॉक्टरों से भी बात कर ली जाएगी।

पुलिस लाइन में बनेगा फिजियोथैरिपी सेंटर

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अब पुलिसकर्मियों और उनके परिवार के लिए फिजियोथैरिपी सेंटर भी पुलिस लाइन स्थित अस्पताल में बनाया जाएगा। इसमें फिलहाल प्राइवेट फिजियोथैरिपिस्ट को रखा जा रहा है। जल्द ही जिला अस्पताल से फिजियोथैरिपिस्ट की व्यवस्था कराई जाएगी। ट्रेनिंग और ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी को चोट लगने पर भी यहीं थैरिपी दी जाएगी।


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