Night Curfew: आगरा के रेस्टोरेंट्स में अब रात नहीं, केवल दोपहर को ही होगा काम
रेस्टोरेंट में दिन तक सिमटकर रह जाएगा काम। पर्यटक हो चुके हैं आधे घट जाएगा रात्रि प्रवास। आगरा के पर्यटन कारोबारियों की उम्मीदें एकदम धड़ाम हो गई हैं। गर्मियों के समय में लोग रेस्टोरेंट या होटल आदि में खाना खाने को नौ बजे के करीब ही घर से निकलते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। दिल्ली और एनसीआर में नाइट कर्फ्यू लगने से आगरा का पर्यटन उद्योग सहम गया था। सोमवार से आगरा में नाइट कर्फ्यू लगाने की प्रशासन की घोषणा ने उसे जोर का झटका दिया है। इससे रेस्टोरेंट में शाम का काम लगभग खत्म-सा हो जाएगा। वहीं, बंदिशों के चलते बाहर से पर्यटक नहीं आएंगे, जिससे होटलों में रात्रि प्रवास भी कम होगा।
आगरा का पर्यटन कारोबार पिछले वर्ष 17 मार्च को कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ताजमहल को बंद करने के साथ ठप हो गया था। 188 दिनों की बंदी के बाद 21 सितंबर को ताजमहल खुलने के साथ धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर लौटना शुरू हुई थी। इंटरनेशनल फ्लाइट आैर टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक के चलते पुरानी स्थिति बहाल नहीं हो सकी थी। पिछले दो-तीन दिन से प्रदेश में बढ़ती कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या के चलते पर्यटकों की संख्या अाधी रहने से पर्यटन कारोबारियों की पेशानी पर बल पड़ गया था। रविवार को जिला प्रशासन ने 12 से 20 अप्रैल तक आगरा में रात 10 से सुबह छह बजे तक के लिए नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी। इससे आगरा के पर्यटन कारोबारियों की उम्मीदें एकदम धड़ाम हो गई हैं। गर्मियों के समय में लोग रेस्टोरेंट या होटल आदि में खाना खाने को नौ बजे के करीब ही घर से निकलते हैं। 10 बजे तक रेस्टोरेंट बंद करने होंगे, जिससे आपाधापी की स्थिति रहेगी। वहीं, वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए लोग एक बार फिर घर के बाहर खाना खाने से बचेंगे। इससे रेस्टोरेंट व्यवसाय केवल दिन तक सिमट जाएगा। नाइट कर्फ्यू से होटलों में रात्रि प्रवास भी कम होगा, क्योंकि अब रात 10 बजे के बाद पर्यटकों को होटलों में ही रुकना होगा।
नाइट कर्फ्यू का बहुत प्रभाव रेस्टोरेंट और होटल पर पड़ेगा। होटल के रेस्टोरेंट में इनहाउस गेस्ट ही आ सकेंगे। आगरा में केवल वीकेंड पर थोड़ा-बहुत काम मिल रहा था। होली के वीकेंड की अपेक्षा इस वीकेंड में आधा काम रह गया था।
-हरी सुकुमार, अध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड आफ इंडिया
आगरा का पर्यटन कारोबार एक वर्ष से अधिक समय से बुरी तरह प्रभावित है। नाइट कर्फ्यू से थोड़ा-बहुत जो काम मिल रहा था, वो भी काम हो जाएगा। नाइट कर्फ्यू लगाए जाने से पर्यटकों में गलत संदेश जाएगा और वो यहां नहीं आएंगे।
-रमेश वाधवा, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट आनर्स एसोसिएशन
नाइट कर्फ्यू की चर्चा शुरू होने के साथ ही काम घटकर 15 से 20 फीसद रह गया था। बाहर से लोगों का आना बंद हो चुका है। गर्मियों में लोग रात नौ बजे तक रेस्टोरेंट आते हैं। रात 10 बजे से नाइट कर्फ्यू होने से आपाधापी रहेगी।
-संजीव जैन, महासचिव होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन
पर्यटन कारोबार: एक नजर
-आगरा में करीब 500 छोटे-बड़े होटल हैं। 100 से अधिक पेइंग गेस्ट हाउस हैं।
-शहर में छोटे-बड़े करीब 500 रेस्टोरेंट्स हैं।
-पर्यटन कारोबार पर करीब चार लाख लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आश्रित हैं।