नाचेंगे सारी रात...हैडफोन लगा के, शासन की पाबंदी के बाद बढ़ा ये नया चलन
वेडिंग प्लानर्स के पास आ रही साइलेंट डिस्को की डिमांड। नहीं होगी समय की पाबंदी, शासन के नियम भी नहीं आएंगे आड़े।
आगरा [गौरव भारद्वाज]: बैंड बाजा बारात की धूम है। शादियों का दौर है। मस्ती के माहौल में सरकारी आदेशों का अड़ंगा है। रात 10 बजे के बाद डीजे पर रोक है...लेकिन ऐसे में डांस के दीवानों ने नया तोड़ निकाल लिया है। पूरी रात धमाल को साइलेंट डिस्को का तरीका अपनाया जा रहा है। ताजनगरी में हो रहीं बड़े बजट की शादियों में इसकी खासी डिमांड है। कई लोगों ने साइलेंट डिस्को बुक कराया है।
फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के गाने में रणवीर कपूर और अनुष्का शर्मा कान पर हैडफोन लगाकर डांस करते दिखाई देते हैं। इसके बाद ही साइलेंट डिस्को का चलन शादी और पार्टियों में बढ़ा है। साइलेंट डिस्को में गाने का कोई शोर नहीं होता है। इसमें केवल हैडफोन लगाने वाले व्यक्ति को ही गाने सुनाई देते हैं। ऐसे में किसी और को परेशानी नहीं होती है। इस बार शादी के सीजन में कई लोगों ने पूरी रात नाचने के लिए साइलेंट डिस्को की तैयारी की है। इसको लगवाने का खर्च करीब एक से डेढ़ लाख रुपये तक बैठ रहा है। जितने ज्यादा हैडफोन की डिमांड की जाएगी, उतना ही खर्च बढ़ता जाएगा।
150 लोग झूम सकते हैं एक साथ
विंटेज एंटरटेनमेंट के आशीष अरोड़ा ने बताया कि शादी-पार्टी में डीजे बजाने की टाइम लिमिट के कारण आगरा में साइलेंट डिस्को की डिमांड बढ़ रही है। दिल्ली और मुंबई से पूरा सेटअप मंगाया जाता है। एक बार में 50 से 150 लोग झूम सकते हैं। इसमें सबको एक-एक हैडफोन दिया जाता है। एक पार्टी में तीन डांस जौकी होते हैं, जो अलग-अलग गाने प्ले करते हैं। हैडफोन में दिए गए बटन के जरिए अपनी पसंद का गाना चुनकर पार्टी में थिरक सकते हैं।
राउटर के जरिए जुड़ते हैं हैडफोन
साइलेंट डिस्को कांसेप्ट में राउटर के जरिए सभी हैडफोन को कनेक्टिविटी दी जाती है। तीन चैनल एक साथ काम करते हैं।
तीन डीजे क्यों
तीन डांस जौकी का प्रयोग इसमें इसलिए किया जाता है कि वह एक समय में अलग-अलग जोनर के गाने बजा सकेंगे। जैसे पंजाबी, वेस्टर्न, पॉप, रॉक, फोक, इंडीपॉप में से पसंदीदा किन्हीं तीन जोनर के गाने तीनों डीजे अलग-अलग प्ले करेंगे। अपनी पसंद का जोनर सलेक्ट कर लोग हैडफोन में उसका आनंद ले सकते हैं।
दूसरों की नींद में नहीं खलल
साइलेंट डीजे की डिमांड इसलिए भी बढ़ी है कि ध्वनि प्रदूषण नहीं। दूसरा पांचसितारा होटलों में हो रही शादियों में होटल के अन्य कमरों में रुके मेहमानों की नींद में खलल नहीं पड़ता। न ही शोर को लेकर प्रतिबंध का कोई डर।