अफसरों की लापरवाही से दम तोड़ रहे पौधे
आगरा : पौधे पनपे या नहीं पनपे, कागजों में आंकड़े सही होने चाहिए।
आगरा : पौधे पनपे या नहीं पनपे, कागजों में आंकड़े सही होने चाहिए। सरकारी पौधरोपण कार्यक्रम की दैनिक जागरण टीम ने दूसरे दिन शहर में फिर पड़ताल की तो अफसरों की लापरवाही सामने आई। मारुति एस्टेट चौराहे से पांडव नगर के बीच डिवाइडर पर स्वाधीनता दिवस को पौधे लगाए गए। लेकिन यहां लगाए गए पौधों के गढ्ड़े ही नहीं भरे गए। कुछ पौधे तो कचरे के ढ़ेर में लगा दिए गए, जो पनप ही नहीं सकते। ऐसे में यहां लगाए गए पौधे अभी से ही मुरझाने लगे हैं। पौधरोपण के लाइव हालात
पौधों के हालातों की बात की जाए तो बैंक कॉलोनी के सामने डिवाइडर पर इतना स्पेस नहीं है कि बड़ा पौधा पनप सके। यहां एक पोल गिरा हुआ है। फिर भी यहां पौधे रोप दिए गए हैं। आगे कुछ पौधे रोपे गए हैं, लेकिन गढ्ड़ों में मिट्टी नहीं भरी गई है। डिवाइडर भी कुछ जगह से टूटा है। यहां लोग कचरा डालते हैं। इस कचरे के चक्कर में आवारा पशु डिवाइडर पर चढ़ते रहते हैं। यहां रोपे गए कई पौधे तो गिर चुके हैं। इनकी सुरक्षा के भी इंतजाम नहीं है। नहीं देखा निर्धारित दूरी का पैमाना
मारुति एस्टेट चौराहे से पांडव नगर चौराहे के बीच की दूरी करीब 300 मीटर है। यहां सड़क के मध्य बने डिवाइडर पर पहले से काफी पेड़ लगे हुए हैं, अब यहां करीब 250 से अधिक पौधे 15 अगस्त को लगा दिए गए। लेकिन इन पौधों के बीच निर्धारित दूरी को भी नहीं देखा गया है। कई जगह तो एक-डेढ़ फुट की दूरी पर पौधे लगा दिए गए हैं। लोग बोले गड्ढ़े खोदकर डाल गए पौधे
चंदन नगर निवासी पवन ने बताया कि दो दिन पहले ट्रैक्टर से डिवाइडर पर गड्ढ़े खोदे गए। फिर सरकारी कर्मचारी गड्ढ़ों में पौधे रख गए। इन्हें लगाया ही नहीं तो पनपेंगे कैसे। ढकेल संचालक राकेश ने बताया कि पौधा जड़ पकड़ लेगा तो तैयार हो जाएगा। लेकिन पौधों को ठीक से रोपा ही नहीं है, इसलिए मुरझाएगा ही। ढकेल संचालक लालचंद ने बताया कि तीन दिन पहले गड्ढ़े किए गए और हाथों-हाथ पौधे लगाए गए। पौधे इस तरह लगाए हैं कि सूख रहे हैं। पौधरोपण को लेकर विभागों ने यह जानकारी तो दी है कि कितने पौधे रोपे हैं। लेकिन साइट की जानकारी नहीं दी है। हमने सब लोगों से साइट मांगी है। जानकारी के बाद सभी की जांच करवाई जाएगी और लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।
मुकेश शर्मा, डीएफओ, आगरा