इमरजेंसी फंड से बन रहीं सड़कें, पेयजल लाइन की मरम्मत पर रोक
नगर निगम और जल संस्थान की लापरवाही से हजारों लोग परेशान, हर दिन बर्बाद हो रहा है 15 एमएलडी गंगाजल
आगरा, जागरण संवाददाता। वाह रे नगर निगम व जल संस्थान। निगम इमरजेंसी फंड से हर माह शहर के किसी न किसी क्षेत्र में सड़कें बना रहा है, लेकिन पेयजल लाइन की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं है। हर दिन 15 एमएलडी के करीब गंगाजल बर्बाद हो रहा है। इससे हजारों लोगों को पानी नहीं मिल पाता है, लेकिन इसके बाद भी राइजिंग लाइनों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।
आगरा शहर में डेढ़ दर्जन स्थलों की राइजिंग और सब लाइनों पर लीकेज है। हर दिन 15 एमएलडी पानी बर्बाद होता है। पानी की बर्बादी को देखते हुए लाइनों की मरम्मत जल्द होनी चाहिए, लेकिन इसके उलट इमरजेंसी फंड से सड़कें और फुटपाथ बनवाए जा रहे हैं। जबकि पेयजल लाइन की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।
मेयर से जेई रंजीत की शिकायत
अशोक नगर वार्ड के पार्षद राजेश प्रजापति ने मेयर नवीन जैन से जेई रंजीत कुमार की शिकायत की है। जेई पर कार्य में लापरवाही और समस्याएं न सुनने का आरोप लगाया है। पार्षद ने बताया कि जल संस्थान के जेई द्वारा क्षेत्र में समस्याएं नहीं सुनी जा रही हैं। इससे लोग आए दिन विवाद करते हैं।
- आजमपाड़ा व उसके आसपास कई जगहों पर पानी की लाइन में लीकेज है। कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन लीकेज ठीक नहीं हुए हैं। इससे जलापूर्ति प्रभावित रहती है।
राहुल चौधरी, पार्षद - अहीरपाड़ा, गोकुलपुरा व पचकुइयां में कई माह से जलापूर्ति गड़बड़ है। इसकी शिकायत जल संस्थान के अफसरों से की जा चुकी है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
राजेश प्रजापति, पार्षद - राजा की मंडी रेलवे स्टेशन पर आए दिन जलापूर्ति प्रभावित रहती है। कई जगहों पर लाइन में लीकेज की शिकायतें की जा चुकी हैं, जल संस्थान ने अभी तक मरम्मत नहीं की है।
संजय राय, पार्षद
- पेयजल लाइनों की मरम्मत के लिए कहा गया है। जिससे पानी की बर्बादी को रोका जा सके और लोगों को भरपूर पानी मिल सके।
नवीन जैन, मेयर