असमंजस खत्म, आगरा में ईद 22 को
आगरा: जनपद में जिल्हिज के चांद को लेकर असमंजस की स्थिति खत्म हो गई है।
आगरा: जनपद में जिल्हिज के चांद को लेकर असमंजस की स्थिति खत्म हो गई है। सोमवार को जिल्हिज चांद देखने की गवाही मिलने के बाद शहर मुफ्ती ने 22 अगस्त को ईद-उल-अजहा मनाने का ऐलान किया है। साथ ही ईदगाह और जामा मस्जिद में ईद की नमाज के समय की भी घोषणा की है।
रविवार को चांद को लेकर सुन्नी समुदाय में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। देररात तक शहर मुफ्ती मौलाना मजदुल कुद्दूस खुबैब रूमी को चांद देखने की जानकारी नहीं मिली थी। सोमवार की सुबह मध्यप्रदेश से जिल्हिज का चांद होने की जानकारी मिली। तब उन्होंने चांद कमेटी की बैठक बुलाई और ईद का ऐलान कर दिया। ईद उल अजहा की नमाज ईदगाह में सात बजे होगी और जामा मस्जिद में 7:30 बजे अदा की जाएगी। 468 मील से मिली गवाही
शहर मुफ्ती मौलाना मजदुल कुद्दूस खुबैब रूमी ने बताया कि जिल्हिज के चांद देखने की गवाही 468 मील की दूरी से प्राप्त हुई है। मध्यप्रदेश के 13 लोगों ने गवाही दी है। उन्होंने कहा कि ईद या रमजान के चांद की जानकारी 500 मील के दायरे में देखने वाला व्यक्ति देता है, तो इसके अगले दिन चांद की एक तारीख मानी जाती है। यदि 500 मील के दायरे से बाहर का व्यक्ति चांद देखता है, तो ईद या रमजान नहीं हो सकते। मतला साफ होने पर एक की गवाही ही काफी
बैठक में शहर मुफ्ती ने बताया कि मतला (मौसम) साफ होता है और 500 मील के दायरे में चांद देखने वाले एक शख्स का गवाही मिलती है, तो वह मान्य होती है। यदि मतला खराब (बादल, कोहरा) है। ऐसे में दो शख्स की गवाही मान्य होती है। बाजारों में बढ़ी चहल-पहल, कुर्बानी की तैयारियां शुरू
मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ईद उल अजहा की तैयारियां चल रही हैं। बाजारों में रौनक दिखने लगी है। शहर में कुर्बानी के लिए बकरों की खरीद फरोख्त शुरू हो गई है। बाहर के हटवाड़ों से लोग बकरा खरीद कर ला रहे हैं। हींग की मंडी में 15 अगस्त को बाद बकरा खरीद फरोख्त के लिए लाए जाएंगे। ये रहे उपस्थित
इस्लामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन मोहम्मद असलम कुरैशी, जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना इरफानुल्लाह खां, हाजी अब्दुल मलिक, हाजी फिरासत हुसैन, हाफिज मोहम्मद जफर, कारी इफ्तिखार, नईम, डॉ. सैय्यद इख्तियार जाफरी, हाजी इकबाल, अजीम मलिक आदि मौजूद रहे।