किसान की हत्या के बाद लौहकरेरा में जातीय तनाव, कई घरों पर धावा
सिकंदरा के लौहकरेरा की घटना, खेत में शौच जाने पर हुआ था विवाद, जाटव समाज के लोगों पर किसान की हत्या का आरोप, आठ लोग नामजद
आगरा (जेएनएन): सिकंदरा के गांव लौहकरेरा में सोमवार सुबह किसान का शव पेड़ से लटका मिलने के बाद जातीय तनाव फैल गया। जाट समाज ने किसान की हत्या का आरोप जाटव समाज के लोगों पर लगा उनके घरों पर धावा बोल दिया। दहशत से पूरी बस्ती खाली हो गई। जातीय टकराव की आशंका पर गांव में पीएसी ने डेरा डाल दिया। हत्यारोप में आठ लोगों को नामजद किया है।
लौहकरेरा निवासी 60 वर्षीय राजाराम रविवार की शाम अपने खेत पर आलू में पानी लगाने गए थे। इसी दौरान जाटव समाज के गजराज और अजीत के परिवार का दामाद वहां शौच करने गया। राजाराम ने उसे भगा दिया। इस पर गजराज पक्ष का राजाराम से विवाद हो गया। कुछ लोगों ने विवाद शांत करा दिया। सोमवार सुबह छह बजे राजाराम का शव अपने खेत के ट्यूबवेल से 100 मीटर दूर धर्मवीर के खेत में पेड़ पर लटका मिला। मृतक के परिजनों और जाट समाज ने जाटव समाज के गजराज उसके पुत्र अजीत और देवी सिंह, उदय सिंह, राजवीर सिंह, छतर आदि पर हत्या का आरोप लगाया। उनका कहना था कि राजाराम के साथ मारपीट के बाद करंट लगाकर मारा गया। खुदकशी का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर फंदे से लटका दिया। इससे आक्रोशित जाट समाज के कुछ युवकों ने आरोपितों के घरों पर धावा बोल दिया। एक लोडिंग विक्रम में तोड़फोड़ कर दी। इससे बस्ती में दहशत फैल गई। अधिकांश लोग घरों पर ताला डाल गायब हो गए। जातीय तनाव की जानकारी पर अधिकारी गांव में पहुंच गए। मामले में गजराज, अजीत, देवी सिंह, राजवीर, टेंपो, उदय सिंह, छतर समेत आठ लोगों को नामजद किया गया है। एसपी सिटी प्रशांत वर्मा ने बताया किसान की मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। तनाव के मद्देनजर गांव में पीएसी तैनात कर दी है।
ग्रामीणों ने किया हंगामा
राजाराम के शव को ग्रामीणों ने काफी देर तक पेड़ से नीचे नहीं उतरने दिया। पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीण मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे थे। अधिकारियों के समझाने पर लोग माने।