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चलते ट्रक से उड़ाते थे अमेजन के मोबाइल, जीआरपी ने पकड़ा अंतरराज्यीय गिरोह

आधा दर्जन शातिर जीआरपी की हिरासत में। 28 कीमती मोबाइल हुए बरामद। कैंट स्टेशन पर बना रहे थे योजना।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 28 Dec 2018 04:24 PM (IST)Updated: Fri, 28 Dec 2018 04:24 PM (IST)
चलते ट्रक से उड़ाते थे अमेजन के मोबाइल, जीआरपी ने पकड़ा अंतरराज्यीय गिरोह
चलते ट्रक से उड़ाते थे अमेजन के मोबाइल, जीआरपी ने पकड़ा अंतरराज्यीय गिरोह

आगरा, जागरण संवाददाता। चलते ट्रक में वारदात को अंजाम देने सरीखी बातें अब तक फिल्मी पर्दे पर ही देखने को मिलती थीं। इससे इतर आगरा कैंट जीआरपी के हाथ लगे शातिरों से हकीकत में अंजाम दी जा रही ऐसी घटना का खुलासा जब हुआ तो हर कोई हैरत में पड़ गया।

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आगरा कैंट जीआरपी ने अमेजन के चलते हुए ट्रक से मोबाइल उड़ाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है। गिरोह के आधा दर्जन सदस्य जीआरपी के हत्थे चढ़े हैं। गिरोह के शातिर चोर मोबाइल लदे ट्रक में चालक के चाय आदि के लिए रुकने के दौरान घुस जाते थे। जीपीएस सिस्टम लगा होने के कारण चलते हुए ट्रक में ही इलेक्ट्रोनिक लॉक खोलकर मोबाइल निकालते थे और दोबारा बंद कर देते थे। आगरा कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2- 3 की ओर बने दिव्यांग शौचालय के पास शातिर चोर चोरी की वारदात और अमेजन कंपनी के चुराये मोबाइल फोन को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे। जीआरपी ने उनके पास से कंपनी के 28 कीमती मोबाइल भी बरामद किये हैं। शातिर जयपुर के मेन वेयरहाउस से पुणे एवं मुंबई के वेयरहाउस जाने वाले सामान में से मोबाइल फोन चुराते थे। वेयरहाउस से सामान लेकर चलने वाले 10 से 14 टायर ट्रक के चालकों और शातिरों की मिलीभगत से वारदात को अंजाम दिया जा रहा था। शातिर मोबाइल चुराने के बाद रेलवे स्टेशन या ऐसी ही अन्य सार्वजनिक जगहों पर मजबूरी बताकर बेच देते थे।

ये देते थे वारदात को अंजाम

वारदात का खुलासा करते हुए सीओ जीआरपी अनुराग दर्शन ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में एटा निवासी भूपेंद्र, अलीगढ़ निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू, मैनपुरी निवासी सलमान, अलीगढ़ निवासी सुबोध, आगरा निवासी गजेंद्र सिंह के साथ में हाथरस का कपिल कुमार शामिल है।

आठवीं पास है तकनीकी जानकार

पकड़े गए गिरोह में एक तकनीकी शतिर चोर भी शामिल है जो वेयरहाउस ले जाने वाले ट्रैक के इलेक्ट्रॉनिक लॉक तोड़कर इस वारदात को अंजाम देता था। हैरत की बात है कि इलेक्ट्रॉनिक लॉक तोडऩे वाला शातिर महज आठवीं पास है। वह इलेक्ट्रॉनिक्स की रिपेयरिंग का काम करता था इसलिए उसे सभी जानकारी थी।


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