हॉस्टल में बंदरों का उत्पात, छत से गिरा एमबीबीएस छात्र
आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की छत से रविवार को एमबीबीएस छात्र गिर गया। हॉस्टल में मची अफरा तफरी।
आगरा(जागरण संवाददाता):
शहर में दिन पर दिन बंदरों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। इस बार बंदरों के उत्पात के चलते एमबीबीएस के एक छात्र की जान खतरे में पड़ गई है। रविवार को बंदरों के झुंड के हमले के कारण एक छात्र हड़बड़ी में हॉस्टल की दूसरी मंजिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसीयू में भर्ती किया गया है। काफी संख्या में मेडिकल छात्र एसएन पहुंच गए, जीबी पंत हॉस्टल की जर्जर बिल्डिंग और बंदर व अवारा कुत्तों के आतंक से छात्रों में आक्रोश है। फर्रुखाबाद निवासी अजीत यादव एसएन में एमबीबीएस फर्स्ट प्रोफेशनल का छात्र है, चार दिन पहले जीबी पंत हॉस्टल की दूसरी मंजिल के कमरा नंबर 79 में शिफ्ट हुआ था। सुबह 10 बजे अजीत कमरे के बाहर खड़े होकर ब्रश कर रहा था, आस पास बंदर बैठे हुए थे। इसी बीच एक लंगूर आ गया, लंगूर को देख बंदर भागने लगे। बंदरों के बीच में अजीत फंस गया, हड़बड़ी में वह दूसरी मंजिल से नीचे गिर गया। तेज आवाज सुनकर साथी एमबीबीएस छात्र और कर्मचारी पहुंचे, खून से लथपथ अजीत यादव को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। अजीत यादव के पिता जसराज सिंह फर्रुखाबाद में जनरल प्रैक्टिसनर हैं। कार्यवाहक प्राचार्य डा. एसके मिश्रा ने बताया कि बंदरों के हमले में छात्र दूसरी मंजिल से नीचे गिरा है। डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी है। छात्र को आइसीयू में भर्ती किया गया है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। बंदरों का उत्पात और जर्जर हॉस्टल की इमारत
एसएन मेडिकल कॉलेज का जीबी पंत हॉस्टल एमजी रोड पर सुभाष पार्क के सामने स्थित है। हॉस्टल की इमारत बहुत पुरानी होने के कारण जर्जर हो चुकी है। सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण हॉस्टल में बंदरों और कुत्तों का उत्पात आम बात है, लेकिन इस उत्पात और जर्जर हॉस्टल की इमारत के कारण आधा दर्जन से अधिक लोग पहले भी घायल हो चुके हैं। हॉस्टल में रहने के लिए छात्रों से फीस तो वसूल ली जाती है लेकिन यहां की अव्यवस्थाएं दूर नहीं की जातीं। तीमारदारी में जुटे रहे साथी डॉक्टर
साथी छात्रों ने घायल एमबीबीएस छात्र अजीत के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है और स्थानीय रिश्तेदार इमरजेंसी पहुंच गए हैं। बावजूद इसके बाद साथी छात्र खुद उसकी तीमारदारी में लग गए। सीनियर डॉक्टर अजीत के इलाज में खुद जुट गए हैं। उधर, हादसे की खबर मिलने पर मेडिकल छात्र अजीत यादव के परिजन भी आगरा के लिए रवाना हो गए।