छात्राओं के टॉयलेट प्रयोग पर रोक, छात्रों से कराया जा रहा कैटवॉक
सीनियरों ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्राओं के लिए बनाए नियम दहशत में छात्राएं
आगरा,जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कॉलेज में सीनियरों द्वारा एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को परेशान किया जा रहा है। हॉस्टल में छात्राओं के टॉयलेट इस्तेमाल का समय निर्धारित कर दिया है। छात्रों से कॉलेज परिसर में कैटवॉक करने के लिए कहा गया है। इससे जूनियर छात्र-छात्राएं दहशत में हैं, कुछ छात्राएं हॉस्टल से अपने घर चली गई हैं। इसके बावजूद जूनियर छात्रों ने एसएन प्रशासन से कोई शिकायत नहीं की है।
एसएन (सरोजनी नायडू) मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 125 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है। एक अगस्त से कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, एक महीने फाउंडेशन कोर्स कराया गया। इसमें छात्र-छात्राओं को योग, सांस्कृतिक कार्यक्रम में भागीदारी कराई गई। एक सितंबर से नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं। ऐसे में हॉस्टल में रह रही जूनियर छात्राओं को सीनियर परेशान कर रहीं हैं। जूनियर छात्राओं से शाम छह से सुबह सात बजे तक टॉयलेट इस्तेमाल न करने को कहा जा रहा है, इस दौरान जूनियर छात्राएं टॉयलेट जाने के लिए कहती हैं तो उनसे डांस करने, गाना गाने सहित अभद्र टिप्पणी की जाती है।
इसी तरह से सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों से कैटवॉक के अंदाज में चलने के निर्देश दिए हैं। कैटवॉक न करने वाले जूनियर छात्रों को परेशान किया जा रहा है। बाल करवा दिए थे छोटे
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में जूनियर छात्रों के सिर मुंडन कराने के बाद एसएन में जूनियर छात्रों ने सीनियर के डर से सिर के बाल छोटे करवा लिए थे। इस बारे में जूनियर छात्रों से भी पूछताछ की थी, उन्होंने रैगिंग से इन्कार कर दिया था।
जूनियर छात्राओं को हॉस्टल में पीने के पानी की समस्या थी, इसके लिए एक आरओ लगवाया जा रहा है, किसी भी जूनियर छात्र ने शिकायत नहीं की है। सीनियर छात्रों को भी हिदायत दी जा चुकी है, जूनियर छात्रों को कोई निर्देश और आदेश देते हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. एसके कठारिया, प्रभारी एंटी रैगिंग सेल एसएन मेडिकल कॉलेज