सीजन का सबसे ठंडा दिन रहने के साथ ताजनगरी में गलन का दौर शुरू Agra News
अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सात डिग्री से भी कम रहा अंतर। तापमान सात डिग्री नीचे पहुंचा। मंगलवार को न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार।
आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दी अब चुभने लगी है। सोमवार, सीजन का सबसे ठंडा दिन रहने के बाद मंगलवार को भी राहत मिलने के आसार नहीं है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि न्यूनतम तापमान में मंगलवार को और गिरावट दर्ज होगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर सात डिग्री से कम रहने के चलते गलन भरा दौर है। अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे चल रहा है।
दिसंबर के मध्य में पहुंचने के साथ ही ताजनगरी में शीतलहर का दौर शुरू हो गया है। सोमवार दिनभर बादलों की लुकाछिपी चलते रहने और शूल सी चुभती हवा के चलते रात में गलन जैसी स्थिति बन गई। अब घरों में हीटर निकल आए हैं और मोटी रजाइयों का आेढ़ना भी शुरू हो गया है। अधिकतम आद्र्रता 97 फीसद तक पहुंचने से गलन भरी सर्दी में लोगों की कंपकंपी छूटती रही। अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 17.2 डिग्री दर्ज किया गया था। यह सर्दी के सीजन में अभी तक का सबसे कम तापमान रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 10.6 डिग्री रहा।
आगरा का अधिकतम तापमान
13 दिसंबर - 19.8 डिग्री
14 दिसंबर - 18.4 डिग्री
15 दिसंबर - 19.8 डिग्री
16 दिसंबर - 17.2 डिग्री
गिरेगा तापमान
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को दोपहर में धूप निकलेगी लेकिन गलन भरी सर्दी से तापमान में गिरावट आएगी। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे पहुंच सकता है। 22 दिसंबर तक तापमान में गिरावट आएगी।
ताजनगरी में 16 गुणा कार्बन मोनोऑक्साइड
ताजनगरी में सोमवार को वायु गुणवत्ता संतोषजनक स्थिति में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 95 रहा। यहां वायु प्रदूषण अधिक रहने के लिए अति सूक्ष्म कणों की बढ़ी हुई मात्रा जिम्मेदार रही।
सीपीसीबी द्वारा प्रतिदिन शाम को ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। आगरा में संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के अनुसार एक्यूआइ 95 रहा। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी और 51-100 तक रहने पर संतोषजनक रहती है। यहां कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 67 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 16 गुना से अधिक है। अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की अधिकतम मात्रा 237 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का करीब चार गुना है।