World Tourism Day 2019: ताजनगरी में संभावनाएं अपार, जरा तो ध्यान दो सरकार Agra News
ऐतिहासिक प्राकृतिक व धार्मिक पर्यटन स्थलों की नहीं है कमी। थोड़ा सा ध्यान देने पर पर्यटन को लग सकते हैैं चार चांद।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में ऐतिहासिक, प्राकृतिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों की कमी नहीं। तीन विश्व धरोहरों वाला यह शहर दिल्ली और जयपुर के आकर्षणों से कहीं अधिक बेहतर है। लेकिन यहां का पर्यटन उद्योग ताज के इर्द-गिर्द ही घूमता है। यहां पर्यटक आते तो हैं, लेकिन रुकते नहीं। वो सुबह आकर यहां से शाम को चले जाते हैं। जबकि इस शहर को ढंग से देखने को तीन दिन का टूर भी कम है। सरकार यहां जरा सा भी ध्यान दे तो यहां के पर्यटन को चार चांद लग सकते हैं:
संभावनाएं
-ऐतिहासिक स्थलों व स्मारकों की भरमार। ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी के अलावा सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, रामबाग, चीनी का रोजा, मरियम टांब जैसे आकर्षण यहां मौजूद हैं।
-धार्मिक पर्यटन स्थलों में बटेश्वर, शौरीपुर, रेणुका धाम, स्वामीबाग स्थित राधास्वामी मत के प्रवर्तक स्वामीजी महाराज की पवित्र समाध, गुरुद्वारा गुरु का ताल, गुरुद्वारा माईथान, आंवलखेड़ा (गायत्री तपोभूमि), फतेहपुर सीकरी स्थित शेख सलीम चिश्ती की दरगाह आकर्षण के प्रमुख केंद्र हैं।
-प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में सूर सरोवर पक्षी विहार और चंबल सेंचुरी जैसे आकर्षण यहां पर हैं। चंबल में जहां घडिय़ाल, गंगा डॉल्फिन, प्रवासी पक्षी आकर्षण का केंद्र हैं तो नवंबर से फरवरी तक कीठम प्रवासी पक्षियों से गुलजार रहता है।
समस्याएं
-ताजनगरी की देश के अन्य शहरों से एयर कनेक्टिविटी नहीं। जिससे उन्हें सड़क या रेलमार्ग से यात्रा करनी पड़ती है। फ्लाइट का नियमित संचालन भी नहीं होता, जिससे उन्हें आइटनरी में टूर ऑपरेटर शामिल नहीं कर पाते हैं।
-स्मारकों के आसपास लपका तंत्र सक्रिय है। आए दिन पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं।
-निजी स्तर पर किए गए प्रयासों को छोड़ दें तो सरकार के स्तर पर पर्यटकों के रात्रि प्रवास को बढ़ावा देने के प्रयास शून्य हैं।
-शहर में रात्रि पर्यटन का कोई आकर्षण नहीं है, जिसके चलते पर्यटक यहां रात को रुकते नहीं हैं।
समाधान
- आगरा की देश के अन्य शहरों से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाई जाए।
- ताज की टिकट बिक्री को जगह-जगह वेंडिंग मशीनें लगाई जाएं।
- ताज पर प्रवेश को लाइन में लगने की समस्या का निदान हो। यहां 1300 रुपये देने के बावजूद विदेशी और 250 रुपये देने के बाद भी भारतीयों को लंबी लाइन में लगना पड़ता है।
- पर्यटकों को सुरक्षा का माहौल उपलब्ध कराया जाए।
- मुद्रिका बस सेवा से स्मारकों को जोड़ा जाए, जिससे पर्यटक एक स्मारक से दूसरे स्मारक तक आसानी से पहुंच सकें।
- सूर सरोवर में नेचर गाइड व बैटरी बस की सुविधा हो।
- फतेहपुर सीकरी में गोल्फ कार्ट व बैटरी बस उपलब्ध हों।
- पार्किंग में पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय टॉयलेट की सुविधा हो।
- स्मारकों में साउंड एंड लाइट शो और लेजर शो हैं।
- ताजगंज प्रोजेक्ट की उचित देखरेख की जाए।
क्या है इनकी राय
आगरा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। रात्रि पर्यटन के आकर्षण को लेजर शो व साउंड एंड लाइट शो जैसे आकर्षण हों। एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाया जाना चाहिए। सरकार को पर्यटकों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना चाहिए।
- राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा
जब तक सरकार पर्यटकों के रात्रि प्रवास के बारे में नहीं सोचेगी तब तक विश्व पर्यटन दिवस इसी तरह मनाया जाता रहेगा। तीन विश्वदाय धरोहर होने के बावजूद सांस्कृतिक कार्यक्रम, रात्रि बाजार जैसे आकर्षण यहां नहीं हैं। केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार हैं, सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
- राकेश चौहान, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन
आगरा में म्यूजिकल फाउंटेन लगाया जाना चाहिए। पेडेस्ट्रियन पैराडाइज बनाकर पर्यटकों के मनोरंजन को कलाकारों की लाइव परफोर्मेंस कराई जाएं। यमुना पर रबर चैकडेम बनाकर छोटे क्रूज व बोट चलाई जाएं। जिन पर पर्यटक डिनर व लंच कर सकें। बेलनगंज से एत्माद्दौला तक रोपवे बनाया जाए तो यमुना पार के स्मारक प्रसिद्ध होंगे।
- सुनील गुप्ता, चेयरमैन इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स
सरकार नए पर्यटन आकर्षणों को बढ़ावा देने के लिए तो सही काम कर रही है, लेकिन उसे ताजमहल जैसे आकर्षण को भूलना नहीं चाहिए। सरकार को आगरा में पर्यटकों के रात्रि प्रवास को बढ़ावा देने को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराना चाहिए।
- शमसुद्दीन, अध्यक्ष एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन