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Kidnapping: दोस्ती में दगा, दारू पार्टी के बाद अगवा किए दोस्त के बच्चे

ताजगंज का मामला पिता के साथ दारू पार्टी के बाद ले जा रहा था बच्चों को पुलिस ने सैंया टोल बैरियर पर घेराबंदी करके दबोचा किसान आंदोलन के चलते सतर्क थी पुलिस आरोपित से पूछताछ में जुटी है पुलिस

By Nirlosh KumarEdited By: Published: Sun, 13 Dec 2020 12:01 PM (IST)Updated: Sun, 13 Dec 2020 12:01 PM (IST)
Kidnapping: दोस्ती में दगा, दारू पार्टी के बाद अगवा किए दोस्त के बच्चे
दोस्त के बच्चों को अगवा कर ले जा रहा था ग्वालियर।

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजगंज में दारू पार्टी के बाद युवक ने दोस्त के बच्चों को अगवा कर लिया। उन्हें बस में बैठाकर ग्वालियर के लिए रवाना हो गया। मां ने कंट्रोल रूम को दो और चार वर्ष के बच्चों के अपहरण की सूचना दी तो पुलिस ने शहर की नाकाबंदी कर ली। करीब ढाई घंटे बाद आरोपित को सैंया टोल पर दोनों बच्चों को मुक्त कराकर दबोच लिया गया। सीओ सदर महेश कुमार ने बताया कि शनिवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे गोबर चौकी के अमिता नगर निवासी पूनम पत्नी पप्पू राठौर ने कंट्रोल रूम में फोन किया। पूनम ने अपने दो वर्ष के बेटे यश और चार वर्षीय बेटी खुशी के अपहरण की सूचना दी। पूनम ने बच्चों को अगवा करके ले जाने के आरोपित लोकेंद्र झा निवासी डबरा ग्वालियर मध्य प्रदेश का मोबाइल नंबर भी दिया। इसे पुलिस ने सर्विलांस पर लगाने के साथ ही लोकेंद्र की तलाश शुरू कर दी। शहर से बाहर जाने वाले सभी वाहनों की पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी। इस बीच पुलिस को लोकेंद्र की लोकेशन सैंया टोल की ओर मिली। टोल बैरियर पर तैनात पुलिस काे इसकी जानकारी देते हुए सभी वाहनों को रोक कर चेकिंग करने को कहा गया। इस बीच मध्य प्रदेश परिवहन विभाग की एक बस में पुलिस को दो बच्चे रोते हुए मिले। पुलिस ने बच्ची से नाम पूछा तो उसने खुशी बताया। पुलिस ने बच्चों को मुक्त कराने के साथ ही आरोपित को हिरासत में ले लिया।

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सीओ सदर के मुताबिक आरोपित ने पूछताछ करने पर बताया कि वह दीपू का दोस्त है। शनिवार की शाम को उसके साथ दारू पार्टी की थी। उस समय दोनों बच्चे दीपू के साथ थे। वह उन्हें अपने साथ ग्वालियर लेकर जा रहा था। वह बच्चों को अपने साथ क्यों लेकर जा रहा था? इसे लेकर पूछताछ की जा रही है।

किसान आंदोलन के चलते सतर्क थी पुलिस  

किसान आंदोलन के चलते सैंया टोल बैरियर पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात था। वह बसों और ट्रकों की चेकिंग कर रहा था। टोल पर फोर्स की तैनाती के चलते ही आरोपित समय रहते पकड़ में आ गया। वह बच्चों काे सुलाने का प्रयास कर रहा था, जिससे कि वह रोना बंद कर दें।


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