तीन महीने में रसोई गैस के दाम में 200 रुपये बढ़े
व्यावसायिक सिलिडर के दामों में भी छह महीने में 379 रुपये हुआ इजाफा
आगरा, जागरण संवाददाता। रसोई गैस के दामों में निरंतर इजाफे से आम आदमी पर आफत आ गई है। तीन महीने में 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलिडर के दाम 200 रुपये बढ़ गए हैं। इससे रसोई का बजट पूरी तरह चरमरा गया है। वहीं, 19 किलोग्राम के व्यावसायिक सिलिडर के दामों में हुई वृद्धि से व्यवसायी परेशान हैं। सितंबर में व्यावसायिक एलपीजी सिलिडर के दाम 1173 रुपये थे। लगातार वृद्धि के बीच पहले छह, नौ और पांच रुपये घटाने के बाद भी व्यावसायिक सिलिडर के दाम 1552 रुपये प्रति सिलिडर है।
घरेलू सिलिडर के दाम 807 रुपये प्रति सिलिडर पहुंच गए हैं। नवंबर में 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलिडर के दाम 607 रुपये थे। दिसंबर में दो बार 50-50 रुपये का इजाफा किया गया। पहले 657 रुपये प्रति सिलिडर हुए, जिसके बाद 707 रुपये प्रति सिलिडर किए गए थे। वहीं जनवरी में राहत रही, लेकिन फरवरी के शुरुआत में 25 रुपये इजाफ होने के बाद प्रति सिलिडर दाम 732 रुपये हो गए थे। 15 फरवरी से फिर 50 रुपये बढ़ने के बाद आम आदमी बुरी तरह परेशान था, तो 25 फरवरी से हुए 25 रुपये इजाफे ने लोगों को नए संकट में डाल दिया है। पूरे परिवार का बजट बिगड़ गया है। वहीं, 19 किलोग्राम सिलिडर का उपयोग करने वाले होटल, रेस्टोरेंट, मिठाई विक्रेता भी परेशान हैं। सितंबर में व्यावसायिक एलपीजी सिलिडर के दाम 1173 रुपये थे। मूल्य वृद्धि के बाद अक्टूबर में दाम 1198 रुपये प्रति सिलिडर हुए, जिनको नवंबर में बढ़ाकर 1274 रुपये प्रति सिलिडर कर दिया गया था। वहीं एक दिसंबर से दाम बढ़ाकर 1329 रुपये कर दिए गए। दिसंबर में ही दोबारा वृद्धि हुई और दाम 1365.50 रुपये हो गए। एक जनवरी को 16.50 रुपये का इजाफा हुआ और व्यावसायिक सिलिडर के दाम 1382 रुपये हो थे। एक फरवरी को 190 रुपये बढ़ाए गए थे। इसके बाद तीन फरवरी को छह रुपये, 14 फरवरी को नौ रुपये और 25 फरवरी को पांच रुपये घटाए गए हैं। वर्तमान में व्यावसायिक सिलिडर के दाम 1552 रुपये प्रति सिलिडर है। पीएनजी उपभोक्ताओं को होती है बचत
आगरा में 30 हजार पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) उपभोक्ता हैं, जिनको 29 रुपये प्रति क्यूविक मीटर आपूर्ति मिल रही है। ग्रीन गैस लिमिटेड के अधिकारी के अनुसार चार सदस्यीय परिवार का मासिक औसत बिल 450 रुपये से 550 रुपये तक आता है। वहीं उपभोक्ताओं के अनुसार मासिक बिल 700 से 800 रुपये मासिक आता है। कमला नगर निवासी सतीश अग्रवाल ने बताया कि दो महीने में 1500 से 1800 रुपये बिल आता है। इसके बाद भी ग्रीन गैस में लाभ लगता है। घर में पांच सदस्य हैं, जिनके लिए एक महीने में डेढ़ सिलिडर की खपत होती थी। खंदारी निवासी पायल ने बताया कि एलपीजी सिलिडर का उपयोग नहीं कर रहे हैं। लंबे समय से पीएनजी कनेक्शन है। पीएनजी में बचत लगती है। रसोई से गैर आवश्यक सामान घटा दिया गया है। फरवरी में ही 100 रुपये दाम बढ़ गए हैं। दाम नहीं घटे तो कार्य प्रभावित होंगे।
मीनाक्षी अग्रवाल, सूर्य नगर गैस के बढ़े दामों ने घर का बजट पूरी तरह बिगाड़ दिया है। अपने खर्च घटाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे गैसे के बढ़े हुए दामों के बोझ को समायोजित किया जा सके।
योगेश जादौन, लायर्स कालोनी एलपीजी के दामों में लगातार हो रही वृद्धि ने घर का बजट पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। आनलाइन क्लास के कारण बच्चे भी घर पर रहते हैं, उनकी फरमाइश पूरी करने में गैस खपत भी बढ़ गई है।
शालिनी अग्रवाल, जयपुर हाउस खाद्य सामग्री के दाम पहले से ही बढ़े हुए थे। रसोई गैस के दाम भी निरंतर बढ़ रहे हैं। आम आदमी को परिवार के लिए भोजन व्यवस्था करना भी मुश्किल हो रहा है।
राहुल गुप्ता, गैलाना