राजू बनकर असलम ने बुना था प्यार का जाल, जानिये फिर क्या हुआ किशोरी के साथ
टेंपो चलाने के दौरान अनुसूचित जाति की किशोरी को प्रेमजाल में फंसाया। मुक्त किशोरी ने सुनाई आपबीती, बोली आरोपित को समझती थी अपनी जाति का।
आगरा [जेएनएन]: अल्पसंख्यक समुदाय का टेंपो चालक दिल्ली से अनुसूचित जाति की किशोरी को अगवा कर मैनपुरी ले आया था। मुहल्ले के लोगों को भनक भी नहीं लगी। दिल्ली पुलिस ने छापा मारा तो लोग हैरान रह गए। किशोरी को बरामद कर दिल्ली पुलिस अपने साथ ले गई है। आरोपित फरार हो गया है।
मैनपुरी में करहल रोड के पास निवासी असलम उर्फ राजू दिल्ली में रहकर टेंपो चलाता है। दिल्ली के शीलमपुर क्षेत्र निवासी किशोरी एक फैक्ट्री में मजदूरी करती थी। वह रोजाना असलम के टेंपो में बैठकर फैक्ट्री जाती थी। असलम ने धर्म छिपा लिया। अपना नाम राजू बताकर खुद को किशोरी की जाति का बताया। उसने किशोरी को प्रेमजाल में फंसा लिया। तीन महीने पहले बहला फुसलाकर अगवा कर लाया। पहले तो परिजन किशोरी को तलाश करते रहे। बाद में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मंगलवार को शीलमपुर पुलिस के एसआइ आरके ङ्क्षसह, महिला कांस्टेबल व अपनी टीम के साथ असलम के घर पहुंचे। पुलिस को देखकर वह फरार हो गया। उन्होंने किशोरी को बरामद कर लिया। किशोरी ने बताया कि असलम उसे घर से नहीं निकलने देता था। मैनपुरी आने के बाद ही उसे असलम के मुस्लिम होने की जानकारी हो पाई है। पुलिस उसे अपने साथ ले गई है।