लेडी लायल में गंदगी, ग्लूकोज की बोतलें टंगी कपड़े से
एक मरीज के साथ पहुंचते हैं 10-10 तीमारदार- वार्ड हैं बदहाल
आगरा,जागरण संवाददाता।
लेडी लायल अस्पताल में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। शौचालयों में मल पड़ा रहता है। ग्लूकोज की बोतल को कपड़े से बांध कर लटकाया हुआ है। पूरे अस्पताल परिसर में मरीजों से ज्यादा तीमारदार बैठे रहते हैं। वार्डों में गंदगी है।
अस्पताल परिसर में नीचे से लेकर ऊपर की मंजिल तक सिर्फ तीमारदार ही दिखते हैं। नियमानुसार एक मरीज के साथ एक तीमारदार के रहने और रुकने की अनुमति है। लेकिन अस्पताल परिसर में हर समय 250 से 300 तीमारदार रहते हैं। मंगलवार को पहली मंजिल पर जांच काउंटर पर भीड़ के अलावा जमीन पर तीमारदारों की भीड़ बैठी हुई थी। शौचालयों के पास खड़े होना दूभर था क्योंकि अंदर मल पड़ा हुआ था। आपरेशन के बाद जिस वार्ड में महिलाओं को रखा जाता है, वहां कपड़े से ग्लूकोज की बोतलें टांगी हुईं थी। एक मरीज के ग्लूकोज की बोतल खाली थी, पर उसे हटाया नहीं गया था। बस, उसे बंद करके पाइप में गांठ लगा दी गई थी। वार्ड में भर्ती मरीजों ने बताया कि पिछले पांच दिनों से यहां सफाई नहीं हुई है। रिकार्ड मरीज पहुंच रहे
मंगलवार को लेडी लायल की इमरजेंसी ओपीडी में 423 मरीज पहुंचे। 14 मरीजों का सीटी स्कैन हुआ। 366 मरीजों की खून की जांच हुई। जबकि पांच हजार से ज्यादा मरीज देखे गए। वर्जन
तीमारदारों को कई बार मना किया गया है, पर वे सुनते नहीं हैं। लड़ना शुरू कर देते हैं। गंदगी इसलिए है क्योंकि पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। ठेकेदार को कई बार शिकायत की गई है।
- डा. रेखा गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक