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जहां ब्रह्माजी ने कराया था श्रीराधा-कृष्ण का विवाह, जानिए वो जगह Agra News

ब्रज चौरासीकोस परिक्रमा में मांट तहसील में पड़ने वाले में भांडीरवन में वट वृक्ष की शाखाओं से बना विवाह मंडप आज भी मौजूद है।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 11:51 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 11:51 AM (IST)
जहां ब्रह्माजी ने कराया था श्रीराधा-कृष्ण का विवाह, जानिए वो जगह Agra News
जहां ब्रह्माजी ने कराया था श्रीराधा-कृष्ण का विवाह, जानिए वो जगह Agra News

आगरा, जेएनएन। भांडीरवन वह पवित्र स्थल है जहां ब्रह्माजी भगवान श्रीराधा-कृष्ण का विवाह करवाने के लिए आए थे। मांट तहसील में स्थित भांडीरवन पौराणिक स्थल है। पुराणों में उल्लेख है कि इसी भांडीर वन में ब्रह्माजी ने भगवान श्रीराधा-कृष्ण का विवाह सम्पन्न करवाया था। आज भी मंदिर में हाथ में वरमाला लिए राधाजी और श्रीकृष्ण एक-दूसरे के समक्ष खड़े हैं। ब्रह्माजी पुरोहित बनकर उनका विवाह संपंन कराते दर्शन दे रहे हैं।

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ब्रह्म वैभर्त पुराण एवं गर्ग संहिता में उल्लेख है कि जब भगवान श्रीकृष्ण ढाई वर्ष के थे, तो उन्हें गोद में लेकर गोचारण के लिए भांडीरवन ले आए। अचानक घनघोर घटा छाने लगी और अंधेरा हो गया। तेज आकाशीय बिजली चमकने के साथ बारिश शुरू हो गई। प्रकृति की इस लीला को देख नंदबाबा ने श्रीकृष्ण को हृदय से चिपका लिया और उन्होंने देखा वृंदावन की ओर से दिव्य प्रकाश उनकी ओर आ रहा है। जिसे देख बाबा की आंखें बंद हो गईं। जब नंदबाबा ने अपनी आंखें खोलीं तो साढ़े बारह वर्ष की एक कन्या उनके सामने खड़ी थी और प्राकृतिक आपदा पूरी तरह थम चुकी थी। वह नंदबाबा से कहकर कृष्ण को अपने साथ खेलने के लिए ले जाती है। वन में खेलने के दौरान कृष्ण उनकी गोद से गायब होकर राधाजी की आयु के बराबर होकर खड़े हो जाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण की इस लीला को ब्रह्माजी देख रहे होते हैं और अचानक उनके समक्ष प्रकट हो जाते हैं। ब्रह्माजी ने कृष्ण से कहा प्रभु मैं आप दोनों को एक डोर में बांधना चाहता हूं। कृष्ण ने कहा जैसी आपकी इच्छा। फिर इसी भांडीरवन में ब्रह्माजी ने पुरोहित बनकर राधाकृष्ण का विवाह करवाया तथा राधाजी का कन्यादान किया।

आज भी मौजूद हैं विवाह मंडप

कहते हैं भांडीरवन में जिस वट वृक्ष के नीचे ब्रह्माजी ने श्रीराधा-कृष्ण का विवाह करवाया। उसकी जटाएं विशालकाय और फैली हुई थीं। उस वट वृक्ष की शाखाओं से बना विवाह मंडप आज भी मौजूद है।

ऐसा मंदिर दुनिया में कहीं नहीं

भगवान श्रीराधा-कृष्ण के विवाह के दर्शन देने वाला एक मात्र मंदिर ब्रज के भांडीरवन में ही स्थित है। जिसके दर्शन करने को आज भी श्रद्धालु भांडीरवन पहुंचते हैं।

कहते हैं सेवायत

भांडीरवन बिहारी मंदिर के सेवायत गोपाल बाबा ने बताया मंदिर में भगवान कृष्ण राधाजी की मांग भर रहे हैं और ब्रह्माजी पुरोहित बनकर दोनों का विवाह संपन्न करवा रहे हैं। समीप ही एक वट वृक्ष है। जिसे मंडप बनाकर ब्रह्माजी ने राधा-कृष्ण का विवाह करवाया था।


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