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ताजमहल का आसपास संवारने की सिफारिश पहली बार हुई थी 120 साल पहले Agra News

साल 1900 में तत्कालीन आयुक्त ने लिखा था पत्र। तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट को दिए थे दुकानें हटाने के सुझाव।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 09:59 AM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 09:59 AM (IST)
ताजमहल का आसपास संवारने की सिफारिश पहली बार हुई थी 120 साल पहले Agra News
ताजमहल का आसपास संवारने की सिफारिश पहली बार हुई थी 120 साल पहले Agra News

आगरा, प्रभजोत कौर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगरा आगमन से पहले ताजमहल के पास हर उस चीज को छिपाया जा रहा है, जो ताजमहल की सुंदरता पर धब्बा लगाती हो। नाले को छिपाने के लिए फूल, दुकानों को दुरुस्त किया जा रहा है। जानवर हो या ठेलवाले सभी को गायब करने का काम ट्रंप के लिए किया जा रहा है। यह काम 2020 में पहली बार नहीं हो रहा बल्कि 1900 में भी हुआ था। उस समय तत्कालीन आयुक्त डबल्यू एचएल इंपे ने जिला मजिस्ट्रेट को खत लिखकर ताजमहल के आसपास से ठेल वाले और दुकानों को हटाने के सुझाव दिए थे।

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 क्या था पूरा मामला?

साल 1900 में तत्कालीन आयुक्त, आगरा मंडल डबल्यूएचएल इंपे ने ताजमहल परिसर व आसपास पर्यटकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए सुव्यवस्था स्थापित करने की पहल की। इसी पहल के तहत वे आठ दिसंबर 1900 में ताजमहल के आकस्मिक निरीक्षण को पहुंचे। ताजमहल के आसपास उन्हें फेरीवालों व खोमचे वालों के कारण स्मारक तक पहुंचने में काफी असुविधा हुई। निरीक्षण से लौटने के तुरंत बाद उन्होंने तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट को ताजमहल के आसपास भीड़ नियंत्रण व अतिक्रमण रोकने के लिए विस्तृत आदेश दिए थे। 13 दिसंबर 1900 को जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर सुझाव भी दिए थे।

यह लिखा था  पत्र में

मैं आठ दिसंबर को शाम पांच बजे ताजमहल गया था। ताजमहल के पास तिराहे और ताज गेट के पास बने पुल पर खोमचे वालों का अतिक्रमण है। अपनी गाड़ी से ताजमहल तक पहुंचना नामुमकिन है। पूरे रास्ते में मिठाइयों की दुकानें हैं। पटाखे वाले भी बैठे हैं, डर लगा रहता है कि कहीं रास्ते में कोई बम ना फोड़ दे। परिसर के अंदर बच्चे दौड़ रहे थे, संगमरमर के चबूतरे पर कंकड़ मार रहे थे। कागज बिखरे हुए थे। पान की पीक के निशान थे। मुझे गेट पर कोई खादिम नहीं दिखा, सिर्फ एक बूढ़ा कॉनस्टेबल खड़ा था। इसी दौरान मुझे ताजगंज के सब-इंस्पेक्टर मिले। उन्होंने मुझसे कहा कि यह भीड़ शब-ए-बारात की वजह से है।

 जिला मजिस्ट्रेट को दिए सुझाव

आयुक्त इंपे ने जिला मजिस्ट्रेट को लिखे पत्र में सुझाव लिखे कि तुरंत ताजमहल के आसपास से मिठाई वालों को हटा दिया जाए। सभी पटाखे की दुकानें भी हटा दी जाएं। इन दुकानों को फतेहाबाद गेट के पास स्थानांतरित कर दिया जाए। इन दुकानों से शुल्क भी लिया जाए। ताजमहल के मुख्य चबूतरे के पास कोई ना जा पाए। ताज गेट पर  पुलिस की तैनाती की जाए।


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